प्रयागराज में 5 दिनों से बड़ी बहन नीलमा की बॉडी संग रह रही थी छोटी बहन, उसे पता ही नहीं चला

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. यहां एक 55 साल की महिला अपनी बड़ी बहन नीलमा की मौत के बाद 5 दिनों तक उसके शव के साथ रह रही थी.

Prayagraj News:सांकेतिक तस्वीर

आनंद राज

• 03:53 PM • 29 Sep 2025

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उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. यहां एक 55 साल की महिला अपनी बड़ी बहन नीलमा की मौत के बाद 5 दिनों तक उसके शव के साथ रह रही थी. लेकिन जब घर से आ रही दुर्गंध पड़ोसियों तक पहुंची तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने जब दरवाजा खटखटाया तो अंदर को नजारा देखकर उनके होश उड़ गए. 

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शुक्रवार को लूकरगंज इलाके के एक मकान से काफी दुर्गंध आ रही थी. दुर्गंध इतनी तेज थी कि लोगों का आना-जाना मुश्किल हो रहा था. ऐसे में जब पड़ोसियों को शक हुआ तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने जब घर का दरवाजा खटखटाया तो एक बुजुर्ग महिला ने अंदर से दरवाजा खोला.  घर से इतनी बदबू आ रही थी कि पुलिस वालों को अपने मुंह पर रुमाल बांधना पड़ा. वहीं जब पुलिस ने घर के थोड़ा अंदर जाकर देखा तो एक महिला की  डेड बॉडी बेड पर पड़ी थी और उसमें से बदबू आ रही थी. 


मिली जानकारी के मुताबिक, घर से निकल रही बदबू के बाद गांव के लोगों ने दरवाजा खटखटाया था. लेकिन बुजुर्ग महिला ने घर में आने से लोगों को मना कर दिया था. इस वजह से स्थानी लोगों ने पुलिस को मौके पर बुलाया था. पड़ोसियों के मुताबिक जिस बुजुर्ग महिला ने घर का दरवाजा खोला था वह मृतिका की छोटी बहन है जिसके सोचने समझने की क्षमता कम हो गई है. 

पुलिस को पड़ोसियों ने बताया कि मुकुंद बिहारी श्रीवास्तव रेलवे में कर्मचारी थे. उनका एक बेटा और दो बेटियां थीं जिनकी शादी नहीं हुई थी. पड़ोसियों ने बताया कि साल 2007 में मुकुंद बिहारी के बेटे की मौत हो गई. वहीं साल 2011 में मुकुंद बिहारी की भी मौत हो गई. ऐसे में उनका पेंशन पत्नी को मिलने लगा. लेकिन जब 2018 में मुकुंद बिहारी की पत्नी की मौत हुई तो वो पेंशन उनकी बड़ी बेटी नीलमा को मिलने लगी.  नीलमा के साथ उसकी छोटी बहन भी रहती थी और दोनों ही घर से बाहर नहीं निकलती थीं.

खुल्दाबाद थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुरेंद्र वर्मा के मुताबिक कि नीलमा के शव की हालत देखकर यही लग रहा था कि बीमारी से उसकी मौत करीब पांच दिन पहले हो चुकी थी. उसकी छोटी बहन की समझ कुछ कम है. इसलिए उसे ये पता ही नहीं चला कि उसकी बहन की मौत हो गई है. घटना की सूचना रिश्तेदारों को दे दी गई है. पोस्टमार्टम के बाद उसके शव को रिश्तेदारों को सौंप दिया गया है जिन्होंने बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार कर दिया है.

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