Gahmar Triple Murder Case: 24 दिसंबर की रात गहमर के खौफनाक तिहरे हत्याकांड में पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. इस हत्याकांड में विक्की सिंह,सौरभ सिंह और अंकित सिंह नाम के तीन दोस्तों को दौड़ा-दौड़ाकर कुल्हाड़ी से मारकर हत्या कर दी गई. फिर उनके शवों को गांव के ही एक पोखरी में फेंक दिया गया. हत्याकांड की सूचना मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया.गाजीपुर पुलिस ने एसडीआरएफ की टीम के साथ तालाब में सर्च ऑपरेशन शुरू किया. कड़ी मशक्कत के बाद विक्की सिंह और सौरभ सिंह के शव तो बरामद कर लिए गए थे. लेकिन अंकित सिंह अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया था. पिछले पांच दिनों से लापता तीसरे युवक अंकित सिंह का शव भी सोमवार को उसी पोखरी से बरामद कर लिया गया जहां पहले उसके दो साथियों के शव मिले थे. अंकित सिंह को खोजने के लिए पुलिस प्रशासन को 10 बीघा में फैली पोखरी के पानी को खाली कराना पड़ा.
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तीन दोस्तों को दौड़ाकर की गई हत्या
गहमर में हुए तिहरे हत्याकांड पूरी घटना 24 दिसंबर की रात की है. जानकारी के अनुसार विक्की सिंह, सौरभ सिंह और अंकित सिंह एक जन्मदिन की पार्टी में शामिल होने गए थे. वहां से लौटते समय दो गुटों के बीच किसी बात को लेकर हिंसक झड़प हो गई. आरोप है कि दूसरे गुट ने इन तीनों दोस्तों को घेर लिया और कुल्हाड़ी समेत दूसरे धारदार हथियारों से उन पर हमला कर दिया. बताया जा रहा है कि हमलावरों ने दौड़ा-दौड़कर तीनों लड़कों की जान ली थी. हमलावरों ने इतनी बेरहमी दिखाई कि तीनों की हत्या करने के बाद उनके शवों को गांव के ही एक गहरे तालाब में फेंक दिया था. घटना के तुरंत बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विक्की और सौरभ के शव तो पोखरी से बरामद कर लिए थे. लेकिन अंकित का कहीं पता नहीं चल रहा था. अंकित की मां लगातार गहमर थाने में अपने बेटे की तलाश के लिए गुहार लगा रही थीं. मामले की गंभीरता देखते हुए गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा और एडिशनल एसपी अतुल सोनकर ने मोर्चा संभाला. शव की तलाश के लिए NDRF और SDRF की टीमें लगाई गईं. लेकिन सफलता नहीं मिली. इसके बाद गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा और एडिशनल एसपी अतुल सोनकर ने तलाशी के लिए जनरेटर मंगवाकर लगभग 10 बीघा में फैली पोखरी का पानी निकलवाया. इस दौरान ड्रोन से स्कैनिंग भी कराई गई. आखिरकार हत्याकांड के पांचवें दिन अंकित का शव कीचड़ के बीच से बरामद कर लिया गया.तीनों शवों की बरामदगी के साथ ही तिहरे हत्याकांड की पुष्टि हो गई है और पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई में जुटी हुई है.
पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार हुआ ओम सिंह
इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी ओम सिंह को पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस टीम मठिया घाट के पास मुखबिर की सूचना पर तलाशी ले रही थी. आरोप है कि पुलिस को देखते ही 19 साल के आरोपी ओम सिंह ने जान से मारने की नीयत से टीम पर फायर झोंक दिया. अपने ऊपर फायर आता देख पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की. इसमें गोली आरोपी के बाएं पैर में जा लगी. पुलिस ने उसके पास से एक अवैध देसी तमंचा और खोखा कारतूस बरामद किया है. पुलिस ने घायल आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया है.
इस हत्याकांड के संबंध में 12 नामजद और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए गए आरोपी ओम सिंह के खिलाफ पहले से ही हत्या समेत आधा दर्जन से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं. पुलिस का कहना है कि इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. एसपी ने स्पष्ट किया है कि जरूरत पड़ने पर मुख्य आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत भी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस अब बाकी फरार आरोपियों की तलाश में जुट गई है.
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