सहारनपुर में कुएं से अचानक जो-जो निकला, सभी हुए आश्चर्यचकित, DM ने खुदाई के लिए ASI को बुला लिया

यूपी तक

• 09:21 PM • 16 Feb 2024

भारतीय पुरातत्व विभाग की टीम अब सहारनपुर के एक कुएं की खुदाई करने जा रही है. दरअसल इस कुएं में ऐसा कुछ हुआ है, जिसने सभी को हैरत में डाल दिया है. दरअसल इस कुएं से अचानक प्राचीन मूर्तियां, शिलालेख और शंख बाहर आने लगे.

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Saharanpur: भारतीय पुरातत्व विभाग की टीम अब सहारनपुर के एक कुएं की खुदाई करने जा रही है. दरअसल इस कुएं में ऐसा कुछ हुआ है, जिसने सभी को हैरत में डाल दिया है. दरअसल इस कुएं से अचानक प्राचीन मूर्तियां, शिलालेख और शंख बाहर आने लगे. बता दें कि ये कुआं काफी प्राचीन है. ये सहारनपुर के एक प्राचीन मंदिर में स्थित है. अचानक मंदिर प्रशासन कुएं की खुदाई करवाने लगा. उसे उम्मीद थी कि खुदाई से कुएं में पानी आ जाएगा. मगर खुदाई के दौरान कुएं से प्राचीन काल की मूर्तियां, शंख और शिलालेख निकलने लगे. इसके बाद ये कुआं चर्चाओं में आ गया है. 

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बता दें कि सहारनपुर में सिद्ध पीठ गोटेश्वर महादेव का मंदिर है. ये काफी प्राचीन सिद्ध पीठ माना जाता है. माना जाता है कि मराठा साम्राज्य के समय यहां मंदिर का निर्माण करवाया गया था. कुछ लोग इस जगह को और प्राचीन मानते हैं. मंदिर परिसर के आस-पास साल 2020 तक अवैध कब्जा था. मगर जिलाधिकारी ने अवैध कब्जा खत्म करवा दिया था. इस दौरान ये कुआं भी मिला था.   

अचानक कुएं से मिलने लगी देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां

बता दें कि मंदिर प्रशासन कुएं की खुदाई करवाने लगा. उसे लगा कि खुदाई से कुएं में पानी आ सकता है. इसी के साथ ये भी कहा जाता है कि यहां एक मंदिर जमीन के नीचे भी है. उस मंदिर में जाने का एक रास्ता इसी कुएं से होकर जाता है. ऐसे में मंदिर प्रशासन को लगा कि कुएं की खुदाई से क्या पता मंदिर का खोया रास्ता भी मिल जाए और यहां पानी भी आ जाए.

मगर जैसे-जैसे कुएं की खुदाई 6 फीट नीचे तक की गई, वहां से प्राचीन काल की मूर्तियां मिलने लगी. पहले शिव परिवार की मूर्तियां मिली, फिर अन्य देवी-देवताओं की भी मूर्तियां मिलने लगी.

300 साल पुराना शंख भी मिला

खास बात ये है कि खुदाई के दौरान एक शंख भी मिला. ये शंख करीब 300 साल पुराना था. हैरानी की बात ये भी है कि शंख सुरक्षित था और उसका अच्छे से इस्तेमाल भी किया जा सकता था. ऐसे में कुएं की खुदाई फौरन रोक दी गई. माना गया कि अगर कुएं की खुदाई ऐसे ही की गई तो नीचे दबी कई प्राचीन मूर्तियों और अन्य वस्तुओं को नुकसान पहुंच सकता है.

ASI के जिम्मे कुआं

बता दें कि कुएं की जानकारी मंदिर प्रशासन ने जिलाधिकारी को दी. जिलाधिकारी ने सिटी मजिस्ट्रेट को मामले की जांच के आदेश दिए. मामला सही पाए जाने पर डीएम ने मामले की रिपोर्ट ASI को दे दी. अब ASI की टीम इस कुएं की खुदाई करेगी. माना जा रहा है कि खुदाई के दौरान ऐसा बहुत कुछ मिल सकता है, जो इस क्षेत्र के प्राचीन इतिहास को सामने ला सकता है.

(राहुल कुमार के इनपुट के आधार पर)

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