Hamirpur News: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर की जिला जेल से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. यहां जेल में बंद 4 कैदियों का एचआईवी टेस्ट पॉजिटिव आया है, जिसके बाद जेल में हड़कंप मचा हुआ है. घटना सामने आने के बाद पॉजिटिव आने वाले सभी कैदियों को इलाज के लिए एआरटी सेंटर कानपुर (जीएसवीएम) भेजा गया है.
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दरअसल, पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग की तरफ से 12 से 17 सितंबर के बीच जेल में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया था. इस शिविर में 1054 कैदियों की स्क्रीनिंग की गई थी. इसी जांच में जेल में कैदियों के एचआईवी पॉजिटिव होने की बात सामने आई थी. इस बात का खुलासा होने के बाद जेल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.
जेल अधीक्षक अनिल कुमार गौतम ने बताया, “एचआईवी पॉजिटिव मिले चार बंदियों को एआरटी में पंजीकृत करा दिया गया है. उनके खानपान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. जो बंदी पॉजिटिव मिले हैं उनमें से एक बंदी दस साल की सजा काट रहा है बाकी इससे कम के हैं. जो धोखाधड़ी, एससीएसटी एक्ट के मामले में बंद हैं.”
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत जेलों में लगातार एचआईवी टेस्टिंग करवाई जा रही है. जेलों में बंद कैदियों के स्वास्थ्य की जांच के लिए स्वास्थ्य कैंप लगवाए जा रहे हैं. तभी से प्रदेश के कई कारागारों में इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं.
हाल ही में गोरखपुर, सहारनपुर में भी कैदी इस संक्रमण से संक्रमित पाए गए थे. गोरखपुर में 9 कैदी तो सहारनपुर में 23 कैदी इस वायरस की चपेट में आए थे. बता दें कि एचआईवी पॉजिटिव के सबसे ज्यादा केस बाराबंकी जेल से सामने आए थे. यहां 26 कैदी एचआईवी संक्रमित मिले थे.
एचआईवी को लेकर डॉक्टर ने कही ये बात
जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. पीयूष मिश्रा ने कहा है कि एचआईवी वायरस मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर प्रभाव डालता है. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए खानपान और दवाइयों का ध्यान रखना चाहिए. एचआईवी संक्रमित मरीज को सामान्य लोगों के साथ रहने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन एचआईवी संक्रमित मरीज के संपर्क में रहने वाले लोगों की भी जांच करानी चाहिए. एचआईवी ज्यादातर असुरक्षित यौन संबंध व संक्रमित सुई या सिरिंज के इस्तेमाल से फैसला है. जेलों में इस वायरस का मिलना चिंता का विषय है.
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