Sambhal Crime News: संभल जिले के चंदौसी में सात दिन पहले एक बैग संदिग्ध अवस्था में पड़ा मिला. बैग में एक लाश का सिर्फ धड़ था, सिर और पैर गायब थे. ये आधी लाश किसकी थी, दावा है कि इस बात की जानकारी मिल गई है. पहले आपको ये बताते हैं कि पुलिस ने इस मामले में किसे पकड़ा है. मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी और उसके आशिक को हिरासत में लिया है. बैग में मिले शव की कहानी भी मेरठ के सौरभ हत्याकांड जैसी निकली है. यहां पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर एक महीने पहले पति के ग्राइंडर से काटकर टुकड़े किए थे. फिर आधी लाश को बैग में बंद करके चंदौसी के पतरौआ में डाल दिया था. जबकि मृतक के सिर और पैर के हिस्सों को बैग में बंद करके दूसरे इलाके में फेंका गया था. हद तो तब पार हुई जब पति के टुकड़े करके कातिल पत्नी ने खुद ही थाने पहुंच कर पति की गुमशुदगी दर्ज कराई थी. अपने पति की हत्या करने वाली संभल की रूबी और उसका आशिक गौरव इस वक्त संभल पुलिस की हिरासत में है.
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पुलिस के सामने थी ये चुनौती
15 दिसंबर को चंदौसी कोतवाली क्षेत्र के पतरौआ रोड पर नाले के किनारे बैग में आधे कटे हुए शव का धड़ मिला था. शव का सिर और पैर गायब थे. मौके पर पहुंचे चंदौसी कोतवाली प्रभारी अनुज तोमर और सीओ चंदौसी मनोज कुमार सिंह ने घटना की जांच पड़ताल शुरू की. मृतक के लाश की शिनाख्त उसके हाथ पर गुदे हुए राहुल नाम से हुई. पुलिस के लिए यह पता लगाना काफी मुश्किल था कि यह राहुल कौन है?
सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने थाने में गुमशुदगी का रजिस्टर खंगाला. लगभग 25 दिन पहले चंदौसी थाने के गुमशुदगी रजिस्टर में एक महिला ने अपने पति की गुमशुदगी दर्ज कराई थी. यहीं से पुलिस की जांच पड़ताल आगे बड़ी. इस नृशंस हत्याकांड को लेकर संभल एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई जल्द ही प्रेस कांफ्रेंस करके घटना का बड़ा पर्दाफाश कर सकते हैं. लेकिन इससे पहले सूत्रों के अनुसार यूपी Tak को हत्याकांड की बड़ी जानकारी मिली है.
ऐसे खुला ये मामला
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अपने पति की 24 नवंबर यानि 25 दिन पहले गुमशुदगी दर्ज कराने वाली रूबी को पुलिस ने बुलाकर पूछताछ की. रूबी ने बरामद हुए शव के कपड़ों को देखकर अपने पति राहुल के होने से इनकार कर दिया. पुलिस ने रूबी के कुछ और बयान दर्ज किए. इनमें कई बयानों में विरोधाभास निकला. पुलिस ने रूबी के मोबाइल फोन की तलाशी ली. रूबी के मोबाइल फोन में राहुल के साथ कई ऐसी तस्वीर पुलिस को मिली जिससे साफ हो गया कि गुदा हुआ नाम वाला शव रूबी के पति का ही है. पुलिस की जांच पड़ताल आगे बढ़ी. सिर और पैर कटे हुए शव की कहानी मेरठ के सौरभ हत्याकांड जैसी निकली. पुलिस ने मृतक राहुल की पत्नी रूबी और उसके आशिक को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो नृशंस हत्याकांड की परतें खुलने लगीं.
रूबी ने पुलिस को क्या-क्या बताया?
जानकारी मिली है कि एक महीना पहले 18-19 नवंबर को राहुल ने अपनी पत्नी रूबी को उसके आशिक गौरव के साथ घर के अंदर ही पकड़ लिया था. इसके बाद राहुल ने अपनी पत्नी के साथ काफी मारपीट की. बाजार में उसका जुलूस निकाले जाने की धमकी दी. इस बात से रूबी पीटीआई राहुल से नफरत करने लगी. उसने राहुल को निपटाने की साजिश रच डाली. रूबी और उसके आशिक ने लोहे की रोड से 18-19 नवंबर की रात को ही राहुल की हत्या कर दी. फिर 19 नवंबर को रूबी और उसके आशिक गौरव ने बाजार से सुबह 9 बजे दो बैग पॉलीथिन और ग्राइंडर मशीन खरीदी.
इसके बाद रूबी ने 19 नवंबर को मेरठ की मुस्कान जैसी दरिंदगी को अंजाम देते हुए अपने पति के शव के टुकड़े किए. फिर उसकी लाश को अलग-अलग जगह पर ठिकाने लगा दिया था. भविष्य में पुलिस को शक ना हो इसलिए रूबी ने शातिर चाल चलते हुए घटना की 6 दिन बाद यानी 24 नवंबर को चंदौसी कोतवाली पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज कराई थी.
पूछताछ के बाद रूबी और उसके आशिक गौरव को लेकर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने रूबी द्वारा शव के टुकड़े करने के लिए प्रयोग की गई ग्राइंडर मशीन, हथोड़ा, दो मोबाइल फोन, लोहे की रोड को कब्जे में लिया. इसी के साथ एक मोटरसाइकिल, एक स्कूटी और एक कार को भी कब्जे में लिया है. पुलिस को आशंका है कि इन्हीं वाहनों द्वारा रूबी ने अपने आशिक गौरव के साथ मिलकर पति की लाश के टुकड़ों को ठिकाने लगाया था.
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