Ayush Yadav Murder Case: बलिया का आयुष यादव हत्याकांड लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. परिवार का आरोप है कि आयुष की हत्या जिन लोगों ने की है उनकी उससे पुरानी रंजिश चल रही थी. लेकिन अभी तक इस मामले को लेकर किसी तरह की कार्रवाई ना होने के चलते आयुष के परिजनों में काफी नाराजगी है. इस बीच आयुष की छोटी बहन ने यूपी Tak से बात करते हुए सीएम योगी से भाई के हत्यारों के घर पर बुलडोजर चलाने की अपील की. इसके साथ ही प्राची ने कहा कि अगर प्रशासन ने अपराधियों को गोली नहीं मारी तो वह खुद उन्हें गोली मार देगी.
ADVERTISEMENT
हत्यारों को गोली नहीं मारी तो मैं गोली मारूंगी
भाई आयुष की मौत के बाद उसकी छोटी बहन प्राची यादव ने यूपी Tak से बात करते हुए कहा कि जब हमने गेट खोला तो मेरे भाई को गोली लगी हुई थी. इस दौरान भाई मेरे ऊपर गिर गया. प्राची ने बताया कि आयुष ने खुद उसे गोली मारने वालों का नाम बताया था. आयुष की हत्या का आरोप परिजनों ने रोबिन सिंह, पवन सिंह, रोहित और राज पर लगाया है. ऐसे में इनके खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई ना होने को लेकर आयुष की बहन ने अपनी नाराजगी जाहिर की. प्राची ने कहा कि 'प्रशासन सुन ले, पूरा देश सुन ले... अगर पुलिस ने हत्यारों को गोली नहीं मारी तो मैं उन्हें जहां देखूंगी वहीं गोली मारूंगी. अब कहां है योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर? प्राची ने साफतौर भाई के हत्यों के घर पर बुलडोजर चलाने की मांग की है.
प्राची ने कहा कि भाई के हत्यारे उससे जलते थे. क्योंकि वह आगे बढ़ रहा था. प्राची ने बताया कि उसका भाई आयुष होटल मैनेजमेंट का काम करता था. उसका वाराणसी में होटल चलता था. प्राची का कहना है कि उसके भाई के खिलाफ राज नाम का एक युवक पहले भी फिरौती दे चुका था. उसे 2 पहले भी घेरकर गोली मारने की कोशिश की गई थी. वहीं फरवरी के महीने में पवन सिंह नाम के एक युवक ने भी मारने की कोशिश की थी. लेकिन किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. प्राची ने आगे कहा कि उसे अपने भाई का इंसाफ चाहिए. हालांकि इस घटना के कुछ दिनों बाद जब यूपी Tak ने प्राची ने फिर से बात की तो उसने कहा कि उसे प्रशासन और शासन पर पूरा भरोसा है.
घर के बाहर चली ताबड़तोड़ गोलियां
शनिवार को बलिया के उभांव थाना क्षेत्र के बेल्थरा रोड पर आयुष यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी. यह घटना उस वक्त हुई जब आयुष अपने घर के बाहर टहल रहा था. तभी बाइक सवार बदमाशों ने आयुष को गोली मार दी. इस दौरान एक गोली आयुष के जांघ में और दो गोली उसके सीने में लगी जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया. घर के बाहर गोली चलने की तेज आवाज सुनकर जब आयुष की बहन के दरवाजा खोला तो भाई की हालत देखकर वह चौंक गई. परिजनों ने उसे गंभीर हालत में वाराणसी के ट्रॉमा सेंटर में एडमिट कराया. लेकिन उसकी मौत हो गई.
ADVERTISEMENT









