उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के मुस्तफाबाद गांव का नाम बदलने की चर्चा तेज है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को मुस्तफाबाद गांव पहुंचे थे. इस दौरान सीएम योगी ने स्थानीय लोगों से गांव की आबादी के बारे में पूछा तब उन्हें यह जानकारी मिली कि गांव में मुस्लिम आबादी नहीं रहती है. इसपर योगी आदित्यनाथ ने ये ऐलान कर दिया कि इस गांव का नाम 'कबीरधाम' होना चाहिए. सीएम की इस घोषणा को लेकर गांव के लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं. कुछ लोगों ने इस पर खुशी जताई है तो वहीं कुछ ग्रामीणों ने विकास को प्राथमिकता देने की बात कही है.
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सरकारी बोर्ड पर अब भी पुराना नाम
गांव का नाम बदलने की घोषणा होने के बावजूद जमीनी स्तर पर अभी भी सरकारी संस्थानों पर पुराना नाम 'मुस्तफाबाद' ही लिखा हुआ है. गांव में बनी मुस्तफाबाद पुलिस चौकी, प्राथमिक विद्यालय और सरकारी अस्पताल के बाहर लगे बोर्ड पर यही नाम लिखा हुआ है. फिलहाल प्रशासन की ओर से नाम बदलने की औपचारिक प्रक्रिया को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. लेकिन सीएम की घोषणा के बाद गांव में यह मुद्दा चर्चा का विषय बन गया है.
ग्रामीणों ने क्या कहा
गांव का नाम बदलने को लेकर यूपी Tak ने ग्रामीणों से बात की. इसे लेकर ग्रामीणों ने अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने रखीं. कई ग्रामीणों ने सीएम की घोषणा पर खुशी जाहिर की. हालांकि कुछ ग्रामीणों ने नाम बदलने से ज्यादा गांव में विकास कार्यों पर जोर दिया. एक ग्रामीण ने कहा कि 'नाम बदलने से कुछ नहीं होता. गांव में सड़कें, बिजली और बेहतर बुनियादी सुविधाएं होनी चाहिए.'
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