जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ की पवित्र गुफा के पास बादल फटने के कारण अचानक आई बाढ़ के चलते उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले की रहने वालीं महिला राजकुमारी और उनके बेटे महेश कुमार की मौत की खबर सामने आई है. मिली जानकारी के अनुसार, जिले के एक ठेकेदार के माध्यम से एक ही परिवार के 12 लोग अमरनाथ में सफाई का काम करने के लिए गए थे, जिनमें ये दो मृतक भी शामिल थे. खबर है कि परिवार के बाकी 10 लोग सुरक्षित वापस आ गए हैं.
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मिली जानकारी के मुताबिक, अमरनाथ गुफा से करीब 12 किलोमीटर दूर स्थित शिविर में सभी लोग आराम कर रहे थे और इस दौरान बादल फटने से आई बाढ़ के चलते यह हादसा हुआ. बता दें कि दोनों मृतक मौदहा कस्बे के इचौली गांव के रहने वाले थे. जो 10 लोग सुरक्षित वापस आए हैं, उनमें नेकराम, बरदानी, रेखा, बलराम, मीनू, सम्पत, सोनी, रोहित, विशाल और सुरेंद्र शामिल हैं.
अमरनाथ में आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल कर रही सेना
आपको बता दें कि भारतीय सेना ने भारी बारिश के बाद अचानक आई बाढ़ में फंसे अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं को बचाने के लिए आधुनिक उपकरणों और जवानों को तैनात किया है. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि हाथ से पकड़े जाने वाले थर्मल इमेजर्स, अंधेरे में भी देखने में सक्षम बनाने वाले उपकरणों के साथ नौ निगरानी टुकड़ियों और अन्य उपकरणों को तलाश अभियान के लिए तैनात किया गया है.
आपको बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जम्मू-कश्मीर में पवित्र अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना में श्रद्धालुओं की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया था. मुख्यमंत्री ने इस दैवीय आपदा में घायल लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य होने की भी कामना की है.
अमरनाथ: बादल फटने से आई बाढ़, नोएडा के दो श्रद्धालु लापता, कई फंसे, बचे लोगों ने ये बताया
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