Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर के चर्चित सेंट्रल मार्केट में शनिवार सुबह बुलडोजर की कार्रवाई से पहले माहौल गमगीन हो गया. अपनी 25-30 साल पुरानी दुकानों को टूटता देखने से पहले व्यापारी और उनके परिवार वाले रोते-बिलखते नजर आए. उन्होंने अधिकारियों से गुहार लगाई कि 'चाहे हमसे पेनल्टी ले लो, लेकिन हमारी रोजी-रोटी पर बुलडोजर मत चलाओ. इससे अच्छा तो हमें भी इसके नीचे दबा दो.' यह कार्रवाई कोर्ट के आदेश के बाद हुई है. शास्त्री नगर स्थित इस कॉम्प्लेक्स पर आवासीय योजना की जमीन पर अवैध रूप से निर्माण करने का आरोप है.
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सुप्रीम कोर्ट से भी नहीं मिली थी राहत
रिपोर्ट के अनुसार, सेंट्रल मार्केट की यह जमीन आवासीय कॉलोनी के लिए थी, लेकिन यहां पर एक कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स बना दिया गया. मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा, जहां कॉम्प्लेक्स के मालिक केस हार गए. इसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट गया, जहां से उन्हें कुछ समय के लिए स्टे मिल गया था. हालांकि, दिसंबर 2024 में सुप्रीम कोर्ट ने इस निर्माण को पूरी तरह से अवैध करार देते हुए इसे तीन महीने के अंदर ध्वस्त करने का आदेश दिया. व्यापारियों ने राहत के लिए सरकार और स्थानीय नेताओं से गुहार लगाई, लेकिन करीब 10 महीने बाद आखिरकार 25 अक्टूबर 2025 को ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हुई.
बुलडोजर कार्रवाई से एक रात पहले ही व्यापारियों ने भारी मन से अपनी दुकानों से सामान निकालना शुरू कर दिया था. इस कॉम्प्लेक्स में लगभग 22 से 24 दुकानें हैं. कुछ दुकानदार 1990 से यहां काम कर रहे हैं. उनका कहना है कि उन्होंने ये दुकानें बिल्डर से खरीदी थीं और वे नियमित रूप से कमर्शियल बिजली का बिल और जीएसटी भी भर रहे थे. आवास विकास परिषद ने पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में शनिवार सुबह ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की. विभाग ने एक दिन पहले ही लाउडस्पीकर के जरिए मुनादी करा दी थी, जिसके बाद से ही बाजार में अफरातफरी का माहौल था.
यहां वीडियो में देखें दुकानदारों ने भावुक होते हुए क्या-क्या कहा?
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