रेलवे कर्मी सिद्धि लोधी का था विधवा महिला से अफेयर तो पत्नी मंजू आई भांजे के प्यार में! फिर हुआ ये बड़ा कांड 

Lucknow Crime News: लखनऊ के बंथरा थाना क्षेत्र के दरियापुर में रेलवे कर्मचारी सिद्धि प्रसाद लोधी की हत्या मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. जानें क्यों हुई थी रेलवे कर्मचारी सिद्धि प्रसाद लोधी की हत्या?

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यूपी तक

05 Jun 2025 (अपडेटेड: 05 Jun 2025, 02:48 PM)

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Lucknow Crime News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बंथरा थाना क्षेत्र के दरियापुर में रेलवे कर्मचारी सिद्धि प्रसाद लोधी की हत्या मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. पुलिस ने दावा किया है कि रेलवे कर्मचारी की हत्या की साजिश में मृतक की पत्नी मंजू देवी और उसके रिश्ते के भांजे आकाश वर्मा उर्फ लकी शामिल थे. आकाश ने अपने दोस्त संजय कश्यप के साथ मिलकर प्लास्टिक की रस्सी से सिद्धि का गला घोंटकर हत्या की और शव को घर के पीछे झाड़ियों में फेंक दिया. पुलिस ने मंजू और आकाश को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि संजय फरार है. 

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बंथरा के दरियापुर निवासी सिद्धि प्रसाद लोधी रेलवे के आलमबाग स्टोर में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे. 25 मई की शाम करीब 6 बजे उनका शव घर से 50 मीटर दूर तालाब के किनारे झाड़ियों में मिला. शव औंधे मुंह पड़ा था, पास में उनकी चप्पल, मोबाइल, शर्ट और पैंट बिखरे हुए थे. सिर से खून बह रहा था और शरीर पर कई चोटों के निशान थे. गांव के एक युवक ने शव देखकर परिवार और पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और मंजू देवी की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया.

पुलिस जांच में सनसनीखेज खुलासा

पुलिस ने जांच शुरू की तो पारा निवासी आकाश वर्मा उर्फ लकी का नाम सामने आया. हिरासत में पूछताछ के दौरान आकाश ने सिद्धि की हत्या की साजिश का खुलासा किया. उसने बताया कि सिद्धि उसका रिश्ते का मामा था और उसका सिद्धि के घर आना-जाना था. इस दौरान मंजू देवी से उसकी दोस्ती हो गई और दोनों के बीच फोन पर बातचीत होने लगी. मंजू ने आकाश को बताया कि सिद्धि शराब और जुए का आदी था, गांव की एक विधवा से उसके अवैध संबंध थे और वह अपनी बड़ी बेटी पर गलत नजर रखता था. 

मंजू ने आकाश को सिद्धि को रास्ते से हटाने के लिए उकसाया, धमकी दी कि वह और उसके बच्चे जहर खा लेंगे.
आकाश ने गोंडा निवासी अपने दोस्त संजय कश्यप, जो सरोजनी नगर के नादरगंज में एक दालमोठ कंपनी में उसके साथ काम करता था, को 40 हजार रुपये का लालच देकर हत्या की साजिश में शामिल किया. 24 मई को मंजू ने आकाश को फोन कर बताया कि घर के सभी लोग शादी में गए हैं और यह सिद्धि को मारने का सही मौका है. आकाश और संजय ने सिद्धि के घर पहुंचकर प्लास्टिक की रस्सी से उसका गला घोंट दिया. इसके बाद आकाश ने लोहे के पाइप से सिद्धि के सिर पर कई वार किए ताकि वह जिंदा न बचे. शव को घर के पीछे तालाब के सूखे गड्ढे में झाड़ियों के बीच फेंक दिया.

अब इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मंजू देवी और आकाश वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस का दावा है 
 कि मंजू ने भी पूछताछ में हत्या की साजिश में शामिल होने की बात कबूल की है. फरार संजय कश्यप की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है. 

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