लखनऊ में सस्ते सरकारी फ्लैट दिलाने के नाम पर कर रहे फर्जीवाड़ा, ये केस जानिए और सतर्क रहिए

लखनऊ में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया है. माफिया मुख्तार अंसारी से खाली कराई गई डालीबाग की सरकारी जमीन पर बने फ्लैटों को लेकर जालसाजों ने लोगों से मोटी रकम ऐंठ लिए.

Flat scam in Lucknow

अंकित मिश्रा

• 09:29 AM • 03 Sep 2025

follow google news

लखनऊ में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया है. माफिया मुख्तार अंसारी से खाली कराई गई डालीबाग की सरकारी जमीन पर बने फ्लैटों को लेकर जालसाजों ने लोगों से मोटी रकम ऐंठ लिए. बसंतकुंज योजना में खुद को एलडीए का कर्मचारी बताने वाले जालसाज मोहम्मद तालिब ने 18 लोगों से करीब 26 लाख 40 हजार रुपये हड़प लिए और उन्हें फर्जी आवंटन पत्र और पंजीकरण चालान थमा दिया.

यह भी पढ़ें...

क्या है मामला

लखनऊ में मोहम्मद तालिब नाम के एक शख्स ने खुद को एलडीए (लखनऊ विकास प्राधिकरण) का कर्मचारी बताकर 18 लोगों को लाखों का चूना लगाया है.  मोहम्मद तालिब ने लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत फ्लैट दिलाने का झांसा दिया. उसने हर व्यक्ति से ₹55,000 की पहली किस्त ली और फिर 1.10 लाख की दूसरी किस्त भी वसूल की.15 पीड़ितों ने तालिब के बताए बैंक खाते में UPI से 9.90 लाख रुपये जमा किए जिसके बाद उन्हें फर्जी प्रमाणपत्र थमा दिया गया. आगे की किस्त में कुल 16.50 लाख रुपये और जमा कराए गए लेकिन न मकान मिला और ना ही कब्जा. 

पीड़ितों को शक तब हुआ जब तय समय के बाद भी उन्हें फ्लैट नहीं मिले. एलडीए ऑफिस जाकर पता चला कि तालिब नाम का कोई भी कर्मचारी वहाँ काम नहीं करता. इसके अलावा, सभी कागजात और चालान भी फर्जी थे.

डालीबाग के फ्लैट्स में भी जालसाजी

सिर्फ यही नहीं, जालसाजों ने डालीबाग में बने ईडब्ल्यूएस के 72 फ्लैट्स को भी नहीं छोड़ा. इन फ्लैट्स का पंजीकरण अभी शुरू भी नहीं हुआ है. फिर भी जालसाजों ने फर्जी आवंटन पत्र तैयार करके लोगों को ठगना शुरू कर दिया है.

एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी बाहरी व्यक्ति पर भरोसा न करें. उन्होंने साफ किया कि प्राधिकरण लॉटरी सिस्टम से ही फ्लैट्स का आवंटन करता है और इस तरह की शॉर्टकट प्रक्रियाएं पूरी तरह फर्जी होती हैं. पुलिस ने दोनों मामलों में मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच जारी है.

    follow whatsapp