Changur Baba News: देश भर में सुर्खियां बटोर रहे अवैध धर्मांतरण रैकेट का मुख्य आरोपी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा गिरफ्तारी से पहले लखनऊ के एक होटल में अपनी करीबी नीतू रोहरा उर्फ नसरीन के साथ छिपा हुआ था. विकास नगर इलाके में स्थित इस होटल के मैनेजर ने अब कुछ हैरान कर देने वाले खुलासे किए हैं, जिनसे उनकी फरारी के दिनों की परतें खुल रही हैं.
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'बाप-बेटी' बनकर रुके थे, ढ़ाई महीने तक रहा ठिकाना
होटल मैनेजर के मुताबिक, छांगुर बाबा और नसरीन, 'बाप-बेटी' बनकर उनके होटल में रुके थे. दोनों 16 अप्रैल, 2025 को आए और तब से लेकर अपनी गिरफ्तारी (5 जुलाई, 2025) तक यहीं पर छिपे रहे.
मैनेजर ने बताया कि उन्होंने रूम नंबर 102 में कमरा बुक कराया था. शुरुआती बुकिंग चार दिन की थी, जिसे बाद में एक हफ्ते के लिए बढ़ाया गया, और फिर 10-10 दिनों के लिए बुकिंग को कई बार 'एक्सटेंड' किया जाता रहा. इस दौरान नसरीन शायद ही कभी बाहर निकलती थी; वह केवल खाना लेने के लिए ही बाहर आती थी. दोनों का किसी से मिलना-जुलना नहीं होता था, जिससे उनकी पहचान छिपी रही.
कमरे बदले और फिर ATS ने दबोचा
मैनेजर के अनुसार, 3 जुलाई, 2025 को छांगुर बाबा और नीतू रोहरा ने अपना कमरा बदला और रूम नंबर 104 में शिफ्ट हो गए. लेकिन उनके छिपने का खेल यहीं खत्म हो गया. महज दो दिन बाद यानी 5 जुलाई को UP ATS ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद ही होटल स्टाफ को पता चला कि उनके होटल में ठहरने वाले ये दोनों शख्स बेहद शातिर किस्म के अपराधी थे.
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