Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर में बस कंडक्टर विनय सिंह की दर्दनाक मौत ने सभी को चौंका दिया है. दरअसल जब विनय सिंह सवारियों को बुला रहे थे, तभी तेज रफ्तार से आई दूसरी रोडवेज बस ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया. वह दोनों बसों के बीच में दब गए और उनकी दर्दनाक मौत हो गई. मौके पर मौजूद लोग उन्हें लेकर फौरन अस्पताल गए. मगर वहां डॉक्टरों ने भी उन्हें मृत घोषित कर दिया.
ADVERTISEMENT
आपको बता दें कि बस कंडक्टर के घर उनकी बेटी की शादी की तैयारियां चल रही थीं. फिलहाल इस घटना से परिवार में कोहराम मचा हुआ है. जिस घर से बेटी की विदाई होनी थी, वहां अब उस बेटी के पिता की अर्थी उठने की तैयारियां चल रही हैं.
विनय सिंह के साथ हुआ क्या?
आजमगढ़ के पकड़ी कला के रहने वाले 55 वर्षीय विनय सिंह विकास नगर डिपो में कंडक्टर थे. घर में उनके पत्नी बिना सिंह, 3 बेटियां और बेटा वीर प्रताप सिंह है. वह कानपुर में ही किराए के मकान में रहते थे. बताया जा रहा है कि वह बुधवार सुबह ही अपने गांव से वापस कानपुर आए थे.
मिली जानकारी के मुताबिक, विनय सिंह कानपुर से वाराणसी जाने वाली बस को लेकर अपने साथी ड्राइवर विष्णु चांद के साथ वाराणसी जा रहे थे. रामादेवी चौराहे के पास वह सुबह सवारी भर रहे थे. तभी पीछे से फतेहपुर डिपो की एक तेज रोडवेज बस आई. इस दौरान विनय सिंह अपनी बस के पास में खड़े होकर सवारियों को बुला रहे थे. तभी फतेहपुर वाली बस ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया, जिससे वह दोनों बसों के बीच में दब गए.
बेटी की गोदभराई करके ही कानपुर वापस आए थे
परिजनों का कहना है कि विनय सिंह ने पिछले दिनों ही अपनी बेटी अर्पिता की शादी तय की थी. वह गोदभराई की रस्म करके ही वापस कानपुर आए थे. बेटी की शादी तय होने के बाद से वह काफी खुश थे. अब विनय सिंह की मौत से उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है.
पुलिस ने ये बताया
इस पूरे मामले को लेकर चकरी थाने के इंचार्ज संतोष शुक्ला ने बताया, जिस बस ड्राइवर ने हादसा किया है, उसके बारे में पता चल गया है. आरोपी अभी फरार है. पीड़ित परिवार की तरफ से अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है. जैसे ही शिकायत दर्ज की जाएगी, वैसे ही कार्रवाई की जाएगी. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है.
ADVERTISEMENT
