24 साल पहले महाराष्ट्र में मुशर्रफ को ठिकाने लगा कानपुर का ओमप्रकाश चैन की बंसी बजा रहा था, अब उसके संग गजब खेला हुआ

UP News: महाराष्ट्र के पालघर में साल 2001 में मुशर्रफ की हत्या की गई. हत्या का आरोप ओम प्रकाश और उसके दोस्त हारून पर लगा. दोनों ने ऑटो का किराया देने को लेकर हत्या की थी. हारून ने पकड़ा गया मगर ओमप्रकाश फरार रहा. अब 24 साल बाद ओमप्रकाश के साथ गजब खेला हो गया है.

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रंजय सिंह

• 04:11 PM • 03 Jun 2025

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UP News: महाराष्ट्र के पालघर में एक युवक की हत्या करने वाला हत्यारा 24 साल बाद कानपुर के गांव से गिरफ्तार हो गया. 24 साल पहले उसने ऑटो का किराया ना देने पर एक सवारी की हत्या कर दी थी. हैरानी की बात ये है कि 24 साल बाद वह ऑटो चलाने के चक्कर में ही पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया. पिछले 24 सालों से महाराष्ट्र पुलिस उसे खोज रही थी. मगर वह गायब हो गया था. पुलिस ने उसे जिस तरह से पकड़ा है, उसकी खूब चर्चा हो रही है.

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24 सालों तक फरार रहा मगर अब गजब खेला हो गया

कानपुर में एसीपी रजनीश कुमार के मुताबिक, 14 जनवरी 2001 को महाराष्ट्र के पालघर में कानपुर के सेन पश्चिम पारा के रहने वाले ओमप्रकाश ने अपने साथी हारून के साथ मिलकर मुशर्रफ अली की हत्या की थी. हारून कन्नौज का रहने वाला था.  हारून को तो पुलिस ने पकड़ लिया, लेकिन ओमप्रकाश फरार हो गया. हारून को ओमप्रकाश के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. वह बस इतना जानता था कि ओमप्रकाश कानपुर का रहने वाला है.

महाराष्ट्र पुलिस ने हारून को तो जेल भेज दिया, लेकिन ओमप्रकाश को तलाश करती रही. एसीपी रंजीत कुमार  के मुताबिक, महाराष्ट्र में कत्ल के बाद हारून की गिरफ्तारी के लिए एक बार महाराष्ट्र पुलिस कन्नौज स्थित उसके गांव पहुंची थी. यहां पता चला था कि ओमप्रकाश एक बार यहां भी आया था. यहां उसने बताया था कि वह कानपुर के सेन पश्चिमी का रहने वाला है. इसके बाद पुलिस ने कानपुर में उसे खोजा. मगर उसका कुछ पता नहीं चला. 

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ऑटो ने ही पकड़वा दिया

पुलिस ने ओमप्रकाश की फोटो बनाकर कानपुर पुलिस के थाना चौकी में चस्पा करवा दी. एसीपी रंजीत कुमार ने बताया, पुलिस को बताया गया कि अगर वह मुंबई में ऑटो चलाता था तो इतने सालों बाद वह फिर कानपुर में ऑटो चलाना शुरू करेगा. इसलिए ऑटो वालों पर नजर रखिए. शायद ओमप्रकाश हाथ लग जाए.

पुलिस अधिकारी ने बताया, इस दौरान हमारे एक पुलिसकर्मी को उससे मिलती-जुलती शक्ल का ऑटो चालक एक दिन दिख गया. फिर तय किया गया कि चालान काटने के बहाने उसे थाने लेकर आया जाए. जब वह थाने आया तो हमने उसकी एक फोटो महाराष्ट्र पुलिस के पास भी भेज दी. वहां की पुलिस ने बताया कि फोटो में दिख रहा शख्स ही ओमप्रकाश है. फिर उससे हमने बातों ही बातों में पूछा कि क्या वह कभी महाराष्ट्र गया है तो उसने बता दिया कि वह गया है और उसने वहां ऑटो चलाया है.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब उससे पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म बता दिया और उसने 24 साल पहले किए गए कत्ल की सारी कहानी बता दी. कानपुर पुलिस ने ओमप्रकाश को महाराष्ट्र पुलिस को सौंप दिया है.

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