Gorakhpur News: एक दूसरे से बेइंतहा प्यार. दो साल पहले शादी और फिर सुसाइड. गोरखपुर के मनोचिकित्सक के दामाद और बेटी के सुसाइड की घटना को सुनकर हर कोई सन्न है. दोनों में बेइंतहा प्यार था. प्यार परवान चढ़ा तो दो साल पहले दोनों ने शादी कर ली. इसके बाद अनेक ख्वाब भी देखे. मगर अंजाम इतनी जल्दी मौत के रूप में सामने आएगा, ये किसी ने भी नहीं सोचा था. मनोचिकित्सक के दामाद ने वाराणसी के सारनाथ के होटल में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया. जब सारनाथ पुलिस की कॉल मनोचिकित्सक के मोबाइल पर आई, तो बेटी ने भी छत से कूदकर जान दे दी. मनोचिकित्सक ने उनके दामाद के नौकरी जाने से परेशान होकर सुसाइड के सपा प्रमुख अखिलेश यादव के ट्वीट को झुठला दिया है.
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अब जानिए पूरा मामला
गोरखपुर के कैंट थानाक्षेत्र के सिविल लाइंस में रहने वाले मशहूर मनोचिकित्सक डॉ. रामशरण के दामाद ने सारनाथ के एक होटल में फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया. रविवार 7 जुलाई की सुबह 9ः45 बजे के करीब जब ये खबर सारनाथ पुलिस ने मोबाइल पर चिकित्सक को दी, तो उनकी 30 वर्षीय बेटी संचिता शरण ने घर की छत की दूसरी मंजिल से छलांग लगाकर सुसाइड कर लिया. घटना के बाद मौके पर पहुंची कैंट पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य संकलन किया और लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. मनोचिकित्सक डॉ. रामशरण के दामाद और बेटी के सुसाइड की खबर सुनकर उनके शुभचिंतकों का घर पर तांता लग गया. उनके घर पर मातम पसर गया है.
डॉ. रामशरण ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उनकी बेटी संचिता शरण ने साल 2021 में हरीश बागेश के साथ लव मैरिज की थी. दोनों एक-दूसरे को पागलों की तरह बेइंतहा प्यार करते थे. उनके दामाद बिहार के पटना के रहने वाले थे. दामाद भूमिहार और वो लोग कायस्थ हैं. हरीश के पिता को ये शादी स्वीकार नहीं थी. हरीश फरवरी में नौकरी छोड़कर उनके पास ही रह रहे थे. सबकुछ ठीक-ठाक था. उन लोगों को ऐसा अंदेशा भी नहीं था कि हरीश ऐसा करेगा. अचानक जब सुबह ये खबर आई कि हरीश ने आत्महत्या कर ली है, तो उनकी बेटी संचिता छत के ऊपर से कूद गई. उसकी दो-चार मिनट के अंदर मौत हो गई. कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है.
अखिलेश के ट्वीट को लेकर मृतका के पिता ने ये कहा
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के ट्वीट को लेकर उन्होंने कहा कि वो इस पर राजनीति नहीं करें. ऐसा कुछ नहीं था. वे एक लाख रुपए से ऊपर की नौकरी मुंबई में कर रहे थे. यहां पर वे खुद उन्हें लेकर आए थे. वे और उनकी पत्नी अकेले हैं. बेटा अमेरिका में है. वे समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर वो बनारस क्यों गए थे. हरीश ने पत्नी संचिता से बताया था कि वो पटना जा रहे हैं. संचिता 5 जुलाई को दोहपर स्कूटी से उन्हें स्टेशन छोड़कर आई. उसी रात उन्होंने पटना पहुंचने की बात बताई. बेटी संचिता इसके बाद निश्चिंत हो गई. 6 जुलाई को उन्होंने टेक्स्ट मैसेज भेजा कि रात में वो सो गए थे, इसलिए बात नहीं हो पाई.
6 जुलाई को दोपहर उन्होंने अपनी बहन को कॉल किया कि वे पटना आ रहे हैं. जब वे पटना नहीं पहुंचे, तो उनकी बहन ने संचिता को कॉल किया कि हरीश गोरखपुर से चले हैं कि नहीं चले हैं. इसके बाद उन लोगों ने उनके मोबाइल को ट्रेस किया, तो लोकेशन सारनाथ में मिली. इसके बाद 6 जुलाई की रात तक जब कुछ पता नहीं चला, तो उन्होंने कैंट थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई. 7 जुलाई की सुबह 8 बजे के करीब उनके मोबाइल पर सारनाथ थाने से फोन आया कि उनके दामाद ने सुसाइड कर लिया है. यही बात हो रही थी, तभी संचिता सुन ली. वे लोग जब तक कुछ समझ पाते, वो ऊपर से जाकर कूद गई.
मनोचिकित्सक डॉ. रामशरण का सिविल लाइंस के पार्क रोड पर सचित हास्पिटल के नाम से नर्सिंगहोम है. यही पर वे आने वाले मरीजों का इलाज करते हैं. डॉ. रामशरण के नर्सिंग होम के ऊपरी तल पर उनका आवास भी है. उनका बेटा अमेरिका रहता है. छोटी बेटी मुंबई में फिल्म इंडस्ट्री में काम करती है. मंझली बेटी 30 वर्षीय संचिता शरण ने फैशन डिजाइनिंग का कोर्स किया था.
पुलिस ने ये बताया
गोरखपुर के एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि गोरखपुर के कैंट थानाक्षेत्र के सिविल लाइन्स पार्क रोड पर डॉ. रामशरण का नर्सिंग होम है. उन्होंने पुलिस को सूचना दी कि उनकी बेटी ने छत से कूदकर आत्महत्या कर ली है. उन्होंने बताया कि मौके पर पहुंचकर आलाधिकारियों और कैंट पुलिस के साथ उन्होंने भी मौके का मुआयना किया. रविवार सुबह ही उनके परिवार को सूचना मिली कि वाराणसी के सारनाथ क्षेत्र में डॉ. रामशरण के दामाद ने भी एक होटल में आत्महत्या की थी. इसकी सूचना मिलने के बाद उनकी बेटी ने भी छत से कूदकर आत्महत्या कर ली. आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है. इनके दामाद बैंक में काम करते थे.
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