नोएडा में IPS शिवांश राजपूत पर पत्नी कृति सिंह के सनसनीखेज आरोप, महिलाओं से अवैध संबंध वाली भी बात

नोएडा के सेक्टर-126 थाना क्षेत्र में आईपीएस अधिकारी शिवांसु राजपूत और उनके परिवार के खिलाफ पत्नी डॉ. कृति सिंह ने दहेज उत्पीड़न और अवैध संबंधों के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई है. मामला बेहद गंभीर है, जिसमें कुल सात लोगों को नामजद किया गया है.

भूपेंद्र चौधरी

• 12:11 PM • 18 Oct 2025

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Noida News: उत्तर प्रदेश के नोएडा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां कर्नाटक कैडर के 2019 बैच के आईपीएस अधिकारी शिवांसु राजपूत और उनके परिवार के खिलाफ उनकी पत्नी डॉ. कृति सिंह ने दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा और अवैध संबंधों के गंभीर आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है. यह मामला नोएडा के सेक्टर-126 थाना क्षेत्र का है. पत्नी ने आरोप लगाया है कि शादी के बाद से उन्हें मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा. एफआईआर कुल 41 पन्नों की है, जिसमें सात लोगों को नामजद किया गया है.

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क्या हैं आरोप?

डॉ. कृति सिंह के अनुसार, उनकी शादी आईपीएस अधिकारी शिवांसु राजपूत से एक भव्य समारोह में हुई थी, जिस पर करीब 2 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे. शादी पांच सितारा होटल में हुई थी. इसके बावजूद, उन्हें न सिर्फ उनके पति बल्कि सास, ससुर, देवर, देवरानी और पति के दोस्तों तक से अपमान और प्रताड़ना झेलनी पड़ी. 

उनकी शिकायत में उन्होंने दावा किया है कि शादी के बाद से ही उत्पीड़न शुरू हो गया था. उन्होंने कहा कि उनके पति के कई महिलाओं के साथ अवैध संबंध हैं और वह लंबे समय से उन्हें नजरअंदाज कर रहे थे.

कुल 7 लोगों पर FIR दर्ज

एफआईआर में पति शिवांसु राजपूत, उनकी मां, पिता, देवर, देवरानी और पति के दो दोस्तों को भी नामजद किया गया है. पत्नी का आरोप है कि पति के दोस्त भी कुछ घटनाओं में संलिप्त रहे हैं. एफआईआर में सभी पर मानसिक प्रताड़ना, धमकी और चरित्र हनन के आरोप लगाए गए हैं.

पुलिस ने शुरू की जांच

नोएडा पुलिस ने महिला की शिकायत के आधार पर आईपीएस अधिकारी व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है. थाना सेक्टर-126 के प्रभारी ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है और सभी आरोपों की कानूनी प्रक्रिया के अनुसार जांच की जाएगी. 

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है लेकिन सभी आरोपियों को नोटिस भेजे जा सकते हैं. अगर आरोप सही पाए गए, तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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