Chapra Exit Poll: छपरा में होगी खेसारी लाल यादव की जीत या हार? पत्रकारों का अनुमान आपको चौंका देगा

भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव के चुनावी मैदान में उतरने से बिहार की छपरा विधानसभा सीट इस चुनाव की हॉट सीट बन गई. RJD के टिकट पर उतरे खेसारी ने अपने धुआंधार प्रचार और रोड शो में उमड़ी भीड़ से ऐसा माहौल बनाया कि उनकी जीत को लेकर कई बातें कही जाने लगीं.

Khesari Lal Yadav News

यूपी तक

11 Nov 2025 (अपडेटेड: 11 Nov 2025, 08:06 PM)

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भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव के चुनावी मैदान में उतरने से बिहार की छपरा विधानसभा सीट इस चुनाव की हॉट सीट बन गई. RJD के टिकट पर उतरे खेसारी ने अपने धुआंधार प्रचार और रोड शो में उमड़ी भीड़ से ऐसा माहौल बनाया कि उनकी जीत को लेकर कई बातें कही जाने लगीं. 'सरकार ना दी तो खेसारी दी' जैसे नारे खूब गूंजे, लेकिन वोटिंग के बाद अब सबसे बड़ा सवाल है कि क्या खेसारी का स्टारडम वोटों में तब्दील हो पाया? इस बीच हमारे सहयोगी 'बिहार Tak' ने वहां के स्थानीय पत्रकारों से बात करके ये जानने की कोशिशि की है कि छपरा सीट पर किसका पलड़ा भारी रहने वाला है. खबर में आगे जानिए छपरा सीट से कौन चुनाव जीत सकता है?

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कौन-कौन है उम्मीदवार

छोटी कुमारी- बीजेपी
जय प्रकाश सिंह- जेएसपी
खेसारी लाल यादव-राजद
शक नौशाद- एएसपी(के
राजेश कुशवाहा- बीएलसीपी
ज्ञानी कुमार शर्मा- बिस्तर

शुरुआत में खेसारी की राह आसान दिख रही थी. लेकिन उनके अपने ही बयानों और कुछ घटनाओं ने उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं. चुनाव प्रचार के दौरान मंदिर की जगह अस्पताल बनाने जैसे बयानों पर वे बीजेपी के निशाने पर आ गए. भोजपुरी सितारों मनोज तिवारी, रवि किशन और पवन सिंह ने उनके खिलाफ जमकर प्रचार किया. यही नहीं, उनका एक पुराना वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें वे निरहुआ को अपना 'गुरु' बता रहे थे, जिसे उनकी जुबान से पलटने के तौर पर पेश किया गया. इन विवादों के बीच, खेसारी का यह भी पता न होना कि उनका अपना वोट किस बूथ पर है, उनकी गंभीरता पर सवाल उठा गया. पत्नी को 'घर में पत्नी, बाहर बहन' बताने वाले बयान पर भी वे खूब ट्रोल हुए.

किसकी हो सकती है छपरा में जीत?

छपरा का मुकाबला सिर्फ खेसारी बनाम बीजेपी नहीं रहा है. बीजेपी की बागी और पूर्व मेयर राखी गुप्ता ने निर्दलीय उतरकर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है. स्थानीय नेता होने के नाते राखी ने बीजेपी के वोट बैंक में बड़ी सेंध लगाई, जिससे शुरुआती तौर पर खेसारी को फायदा मिलता दिखा. लेकिन आखिरी 24 घंटों में जातियों की गोलबंदी और खेसारी के खिलाफ हुए प्रचार ने बीजेपी की कैंडिडेट छोटी कुमारी को फिर से रेस में ला दिया. स्थानीय पत्रकारों ने अनुमान लगाया है कि छपरा से खेसारी चुनाव हार सकते हैं. हालांकि, ये केवल सिर्फ अनुमान हैं, अंतिम नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.

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