‘केशव मौर्य इतने बड़े पिछड़ों के नेता हैं तो अपनी पार्टी को तोड़ दें-CM बन जाएं’: सपा नेता

अभिषेक मिश्रा

• 04:59 PM • 08 Sep 2022

अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने जब से केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) को ऑफर दिया है तब से ही उत्तर प्रदेश में पूरे मामले…

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अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने जब से केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) को ऑफर दिया है तब से ही उत्तर प्रदेश में पूरे मामले को लेकर सियासत तेज हो गई है. अखिलेश पर केशव प्रसाद मौर्य भी जमकर पलटवार करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं. कभी वो उन्हें बिन पानी की मछली बता रहे हैं तो कभी वो कह रहे हैं कि एक राम भक्त और जिन्ना में कैसे समझौता हो सकता है.

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पूरे प्रदेश में ही इसे लेकर जमकर बयानबाजियां देखने को मिल रही हैं. जहां खुद केशव प्रसाद मौर्य अखिलेश यादव को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी भी अपनी तरफ से जवाब देने में कहीं से भी पीछे नहीं हटती दिख रही है.

इसी कड़ी में अखिलेश के बयान को लेकर समाजवादी पार्टी से सवाल किया गया तो सपा नेता सुनील सिंह यादव का कहना है कि सपा मुखिया ने उन्हें ऑफर दिया है कि उनकी मुख्यमंत्री बनने की लालसा को पूरा करते हुए उन्हें मुख्यमंत्री बना देंगे जो कभी पूरी नहीं हो सकी.

उनका ये भी कहना है कि केशव प्रसाद मौर्य 2017 और 22 में मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे थे. अगर केशव मौर्य के पास 100 विधायक हैं, अगर वो इतने बड़े पिछड़ों के नेता हैं तो अपनी ही पार्टी को तोड़ दें और मुख्यमंत्री बन जाएं.

वहीं केशव प्रसाद मौर्य ने तो अखिलेश को लेकर यहां तक कह दिया कि एक राम भक्त और जिन्ना में कोई भी समझौता नहीं हो सकता.

दरअसल अखिलेश यादव ने एक चैनल से बात करते हुए कहा था, “केशव प्रसाद मौर्य बहुत कमजोर आदमी हैं. उन्होंने सपना देखा था मुख्यमंत्री बनने का. जो बिहार में हुआ वो यूपी में क्यों नहीं करते हैं. उनमें हिम्मत हैं? उनके साथ तो विधायक भी हैं, एक बार बता रहे थे कि 100 से ज्यादा विधायक हैं. आज भी विधायक ले आएं. सपा समर्थन कर देगी उनका.”

बस इसी के बाद से ही सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है. वार-पलटवार का दौर तेज है. देखने वाली बात ये होगी कि ये मामला आगे कहां तक जाता है.

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