गाजीपुर जिला कारागार में बंदियों द्वारा अवैध तरीके से मोबाइल का इस्तेमाल करने का बड़ा मामला सामने आया है. इस मामले की जांच के बाद जेल प्रशासन पर गाज गिरी है. जेल के अंदर से मोबाइल के जरिए बातचीत करने के आरोप में जेलर राकेश कुमार वर्मा और डिप्टी जेलर सुखवंती देवी को निलंबित कर दिया गया है.
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कौन है विनोद, जिसने जेल के अंदर से किया कॉल?
गाजीपुर जेल में बंद विनोद कुमार गुप्ता एक कोचिंग संचालक है, जो बिहार में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने के आरोप में जेल में बंद है. उस पर आरोप है कि उसने 100 से ज्यादा अभ्यर्थियों से करोड़ों रुपये ठगे. जब उसके खिलाफ बिहार के श्याम यादव समेत कई पीड़ितों ने शिकायत की, तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
हाल ही में सामने आए एक ऑडियो में विनोद जेल के अंदर से मोबाइल पर किसी से बात करता सुनाई दिया. यह ऑडियो वायरल होने के बाद बिहार के कई पीड़ितों ने गाजीपुर पुलिस को शिकायत दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए 4 मार्च को एसपी गाजीपुर के निर्देश पर रेवतीपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई.
जांच में हुआ बड़ा खुलासा
जांच में पाया गया कि विनोद जेल के अंदर से ही प्राइवेट नंबर के जरिए कॉल कर रहा था. इसमें जेल कर्मियों और अधिकारियों की संलिप्तता भी सामने आई. डीआईजी जेल राजेश कुमार श्रीवास्तव ने मामले की जांच की और अपनी रिपोर्ट डीजी जेल को सौंपी. इसके आधार पर जेलर राकेश कुमार वर्मा और डिप्टी जेलर सुखवंती देवी को निलंबित कर दिया गया.
जेल प्रशासन पर उठे सवाल
इस मामले ने जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. जेल में बंद अपराधी अगर आसानी से मोबाइल चला सकते हैं, तो सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर चिंताएं खड़ी होती हैं.
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