कौन हैं जबरिया रिटायर पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर जो मुलायम सिंह यादव और योगी से भी ले चुके हैं पंगा

अमिताभ ठाकुर अक्सर विवादों में बने रहते हैं. फिर चाहे ह मुलायम सिंह यादव की सरकार हो, अखिलेश यादव की या वर्तमान में योगी आदित्यनाथ की. पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर हमेशा मुखर होकर सरकार को पंगा देने के लिए जाने जाते हैं. फिलहाल वह अपनी गिरफ्तारी को लेकर चर्चा में हैं.

Amitabh Thakur

रजत सिंह

11 Dec 2025 (अपडेटेड: 11 Dec 2025, 01:54 PM)

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खुद को जबरिया रिटायर आईपीएस कहने वाले पूर्व अधिकारी अमिताभ ठाकुर एक बार फिर सुर्खियों में हैं. लेकिन इस बार वह अपनी गिरफ्तारी को लेकर चर्चा में हैं. अमिताभ ठाकुर को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वह ट्रेन से सफर कर रहे थे.  यह गिरफ्तारी इसलिए भी चर्चा में रही क्योंकि गिरफ्तारी की सूचना उनके परिवार या पत्नी को नहीं दी गई जिससे सोशल मीडिया पर उनके गायब या किडनैप होने की अफवाहें  फैल गईं. हालांकि बाद में लखनऊ पुलिस ने सामने आकर बताया कि उन्हें एक पुराने मामले में गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि अमिताभ ठाकुर ने 1999 में एसपी देवरिया के पद पर रहते हुए अपने पद का दुरुपयोग किया और देवरिया उद्योग केंद्र से औद्योगिक प्लॉट का आवंटन कराया था. इस मामले में अब उनकी गिरफ्तारी की गई है. 

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कौन हैं अमिताभ ठाकुर

अमिताभ ठाकुर अक्सर विवादों में बने रहते हैं. फिर चाहे ह मुलायम सिंह यादव की सरकार हो, अखिलेश यादव की या वर्तमान में योगी आदित्यनाथ की. पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर हमेशा मुखर होकर सरकार को पंगा देने के लिए जाने जाते हैं. अमिताभ ठाकुर का जन्म बोकारो में हुआ था.उन्होंने कानपुर आईआईटी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की और 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी बने. उनकी पहली पोस्टिंग बतौर एएसपी गोरखपुर में हुई थी. इसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अपनी सेवाएं दीं.

मुलायम सिंह यादव से भी ले चुके हैं पंगा

अमिताभ ठाकुर का कार्यकाल हमेशा सरकारों से सीधे टकराव के कारण चर्चा में रहा है. अखिलेश यादव की सरकार के दौरान वह सीधे मुलायम सिंह यादव से भिड़ने के चलते निलंबित हुए थे. अमिताभ ठाकुर ने मुलायम सिंह यादव पर उन्हें फोन कर धमकी देने का आरोप लगाया था. 2017 में योगी सरकार आने के बाद भी उनका विरोध जारी रहा. जब संपत्ति का ब्यौरा जमा करने का मामला आया तो उनके ब्यौरे में घालमेल का आरोप लगा. इसी के चलते सरकार ने उन्हें 2021 में जबरिया रिटायर कर दिया. रिटायर होने के बाद उन्होंने लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास के बाहर एक बोर्ड लगवा दिया जिस पर लिखा था 'जबरिया रिटायर आईपीएस अमिताभ ठाकुर' जो मीडिया में खूब चर्चा में आया. रिटायर होने के बाद अमिताभ ठाकुर ने अपनी एक राजनीतिक पार्टी भी बनाई है. वह निकाय चुनावों और विधानसभा चुनावों को लेकर भी तैयारी करते रहते हैं. वह लगातार चंद्रशेखर और धनंजय सिंह जैसे राजनीतिक हस्तियों को लेकर सवाल उठाकर चर्चा में बने रहते हैं. 

देवरिया में फ्रॉड केस को लेकर हुए गिरफ्तार

पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को कई बार पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है. 2021 में भी पुलिस उन्हें हिरासत में लेकर गई थी जिसकी तस्वीरें काफी वायरल हुई थीं. फिलहाल उनकी  गिरफ्तारी देवरिया में एसपी रहते हुए औद्योगिक प्लॉट खरीदने से जुड़ी है. आरोप है कि उन्होंने और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर ने प्लॉट की खरीद-बिक्री में सरकारी विभागों को गुमराह करने के लिए नाम और पता बदलकर धोखाधड़ी की थी. लखनऊ के तालकटोरा थाने में इस संबंध में एफआईआर दर्ज है.

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