UP News: प्रयागराज महाकुंभ में ऐसे-ऐसे साधु-संत मौजूद हैं, जो विरले ही दिखते हैं. यहां बाबा शिवानंद भी आए हुए हैं. योग क्षेत्र में काम करने के लिए बाबा शिवानंद को राष्ट्रपति के हाथों पद्मश्री पुरस्कार भी मिला है. खास बात ये है कि बाबा की उम्र 129 साल है. बाबा के आधार कार्ड पर उनकी जन्मतिथि 8-8-1896 दर्ज हैं. बाबा शिवानंद महाकुंभ में सबसे अधिक उम्र के संत हैं. उनके दर्शन करने और उनसे मिलने काफी संख्या में लोग उनके शिविर पहुंच रहे हैं.
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129 साल की उम्र होने के बाद भी बाबा स्वस्थ हैं और अच्छी तरह से चलते-फिरते हैं. बाबा का कहना है कि योग की वजह से उनका लंबा जीवन संभव हुआ है और उन्होंने जीवन के 129 वर्ष देख लिए हैं.
जानिए कौन है शिवानंद बाबा?
बाबा शिवानंद का जन्म 8 अगस्त 1896 के दिन बांग्लादेश के जिला श्री हटा महकमा हरी गंज में हुआ था. बाबा के मुताबिक, उन्होंने वहां के प्रसिद्ध ठाकुरवादी घराने में जन्म लिया था. इनके पिता का नाम श्री श्रीनाथ गोस्वामी और माता का नाम भगवती देवी था.
बाबा कहते हैं कि समय के साथ परिवार की मजबूत आर्थिक स्थिति खत्म हो गई और उनका जीवन आर्थिक परेशानियों में गुजरा. बाबा बताते हैं कि उनके माता-पिता ने उनकी जिम्मेदारी एक वैष्णव संत को सौंप दी. आगे चलकर यही बाबा उनके गुरु बन गए. बाबा कहते हैं कि उनकी एक बहन भी थी. मगर भूख से तड़प पर उसकी मौत हो गई थी. बाबा का कहना है कि समय के साथ उनके गुरु की भी देहांत हो गया. इसके बाद उन्होंने अपना पूरा जीवन लोगों की सेवा, पूजा-पाठ और योग को समर्पित कर दिया.
सुबह 3 बजे उठ जाते हैं
बाबा सुबह 3:00 बजे अपना बिस्तर छोड़ देते हैं. नित्य कर्म करने के बाद वह पूजा, ध्यान और योग करते हैं. फिर रात 9 बजे तक वह विश्राम के लिए चले जाते हैं. बाबा सिर्फ उबली हुई सब्जियां खाते हैं. उनकी सेवा को देखते हुए राष्ट्रपति भी पद्मश्री अवार्ड से बाबा को सम्मानित कर चुकी हैं.
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