यूपी के OBC छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए मिल सकते हैं 50000 रुपये, जानिए कैसे होगा ये संभव

Fee Reimbursement Scheme for OBC Students: कालेजों की महंगी फीस अब भरना होगा आसान , उत्तर प्रदेश सरकार करेगी फीस भरने में मदद , जल्द करें रेजिस्टेशन और पाए योजना का लाभ.

यूपी तक

09 Apr 2025 (अपडेटेड: 09 Apr 2025, 06:07 PM)

follow google news

Fee Reimbursement Scheme for OBC Students: उत्तर प्रदेश सरकार अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के छात्रों के लिए एक शानदार योजना चला रही है. इसके माध्यम से छात्र उच्च शिक्षा की महंगी फीस को आसानी से भर पाएंगे. B.A, B.Sc से लेकर M.Phil, Ph.D तक के कोर्सेज के लिए फीस में सहूलियत मिलेगी. यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को अपनी उच्च शिक्षा पूरी करने के लिए प्रोत्साहित करती है. फीस अधिक होने के कारण कई छात्र उच्च शिक्षा से वंचित रह जाते हैं, परंतु अब वो भी उच्च शिक्षा पूरी कर रोजगार के विभिन्न क्षेत्रों में जा सकते हैं. शिक्षा ही पिछड़ी जातियों को उन्नति की ओर बढ़ाने का सबसे महत्वपूर्ण साधन है. शिक्षा के अभाव के कारण एक सामाजिक वर्ग पिछड़ा हुआ बना रहता है. देश की स्वतंत्रता के बाद काफी समय बीत चुका है, फिर भी अन्य पिछड़ी जातियों की शैक्षिक स्थिति में बहुत सुधार नहीं हुआ है. इस योजना के माध्यम से शिक्षा क्षेत्र की इस खाई को पाटा जा सकेगा. अगर आप पात्र हैं और आपको इस योजना का लाभ लेना है, तो पूरा प्रोसेस जानने के लिए विस्तार से खबर पढ़ें.

यह भी पढ़ें...

शुल्क प्रतिपूर्ति (Fee Reimbursement) योजना - कोर्स के अनुसार अधिकतम राशि

ग्रुप-1

इन कोर्सों के लिए सालाना अधिकतम ₹50,000 तक फीस वापस मिल सकती है:
डिग्री व मास्टर डिग्री कोर्स, एम.फिल.-पीएच.डी., सभी मेडिकल थैरेपी कोर्स, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, प्लानिंग, आर्किटेक्चर, डिजाइन, फैशन टेक्नोलॉजी, कृषि, पशुपालन, संबद्ध विज्ञान, बिजनेस फाइनेंस, मैनेजमेंट, कंप्यूटर साइंस आदि.
साथ ही CPL कोर्स, मेडिकल मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा, C.A., I.C.W.A., C.S., I.C.F.A., LL.M., D. Lit., D.Sc. भी शामिल हैं.

ग्रुप-2

इन कोर्सों के लिए सालाना अधिकतम ₹30,000 तक फीस वापस मिल सकती है:
फार्मेसी, नर्सिंग, LL.B., B.F.S., पैरामेडिकल (जैसे पुनर्वास, डायग्नोसिस आदि), मास कम्युनिकेशन, होटल मैनेजमेंट, इंटीरियर डेकोरेशन, न्यूट्रिशन व डाइटिक्स, कमर्शियल आर्ट, टूरिज्म व हॉस्पिटैलिटी, फाइनेंशियल सर्विसेज (जैसे बैंकिंग, बीमा, टैक्सेशन) आदि.
साथ ही वो पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स जो ग्रुप-1 में नहीं आते, जैसे M.A., M.Sc., M.Com., M.Ed., M.Pharma, B.Ed. आदि.प-3
इन कोर्सों के लिए सालाना अधिकतम ₹20,000 तक फीस वापस मिल सकती है:
सभी ग्रेजुएट कोर्स जो ग्रुप-1 या ग्रुप-2 में नहीं आते, जैसे B.A., B.Sc., B.Com., BTC आदि.

ग्रुप-4

इन कोर्सों के लिए सालाना अधिकतम ₹10,000 तक फीस वापस मिल सकती है:
सभी नॉन-डिग्री कोर्स जिनमें हाई स्कूल न्यूनतम योग्यता है, जैसे I.T.I. और 3 साल के डिप्लोमा कोर्स (पॉलीटेक्निक) आदि.

क्या है योजना के लिए पात्रता?

छात्र उत्तर प्रदेश का मूल निवासी हो और वहीं पढ़ाई कर रहा हो.
माता-पिता/अभिभावक की सालाना आय ₹2 लाख से कम हो.
छात्र OBC (अन्य पिछड़ा वर्ग) से संबंधित हो और सरकारी, सहायता प्राप्त या मान्यता प्राप्त संस्थान में पढ़ाई कर रहा हो.
पिछले वर्ष की मेरिट (कट-ऑफ मार्क्स) और बजट की उपलब्धता के अनुसार चयन किया जाएगा.

क्या है आवेदन प्रक्रिया?

वेबसाइट पर जाएं: https://scholarship.up.gov.in
स्टूडेंट सेक्शन में OBC छात्रों के लिए दिए गए विकल्प पर क्लिक करें.
आधार नंबर डालकर रजिस्ट्रेशन शुरू करें.
फिर आवेदन पत्र भरें.
भरे हुए फॉर्म का प्रिंट निकालें और जरूरी दस्तावेजों के साथ अपने संस्थान में जमा करें.

जरूरी दस्तावेज (Documents Required):
आधार कार्ड
जाति प्रमाण पत्र
पिछले कोर्स का प्रमाण पत्र
आवेदक की फोटो
वार्षिक आय प्रमाण पत्र

(यह खबर यूपी Tak के साथ इंटर्नशिप कर रहे सिद्धार्थ मौर्य ने लिखी है.)

    follow whatsapp