महाकुंभ मेला की शुरुआत से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने घाट पर खड़े होकर खुद किया आचमन

Mahakumbh 2025 News: महाकुंभ 2025 का आयोजन ऐतिहासिक और भव्य होने जा रहा है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साल 2024 के अंतिम दिन प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लिया और घाट पर खड़े होकर खुद आचमन भी किया.

CM Yogi Adityanath

यूपी तक

31 Dec 2024 (अपडेटेड: 31 Dec 2024, 04:34 PM)

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Mahakumbh 2025 News: महाकुंभ 2025 का आयोजन ऐतिहासिक और भव्य होने जा रहा है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साल 2024 के अंतिम दिन प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लिया और घाट पर खड़े होकर खुद आचमन भी किया. इस दौरान उन्होंने मेला क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए कहा कि महाकुंभ को पूरी भव्यता और गरिमा के साथ आयोजित करने का दायित्व राज्य सरकार और मेला प्राधिकरण का है. उन्होंने कहा, "महाकुंभ के दुर्लभ संयोग का साक्षी बनने के लिए देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु आएंगे."

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प्रयागराज शहर का कायाकल्प

  • सड़कों का विस्तार: 200 सड़कों का निर्माण पूरा हो चुका है. टू-लेन सड़कों को फोर-लेन और फोर-लेन को सिक्स-लेन में बदला गया है. 
  • फ्लाईओवर और ब्रिज: 14 फ्लाईओवर का निर्माण जारी है, जिसमें से 13 पूर्ण हो चुके हैं. 
  • रेलवे स्टेशन की व्यवस्था: रेलवे स्टेशन और उसके बाहर यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. 

मेले के लिए विशेष इंतजाम

  • पार्किंग सुविधा: 5000 एकड़ में फैले मेला क्षेत्र में 2-5 किलोमीटर की दूरी पर पार्किंग स्थल तैयार किए गए हैं. 
  • पांटून ब्रिज: पहली बार 22 की जगह 30 पांटून ब्रिज बनाए जा रहे हैं, जिनमें से 28 बनकर तैयार हैं. 
  • अस्थाई घाट: 12 किलोमीटर लंबे अस्थाई घाट बनकर लगभग तैयार हैं. 
  • पेयजल व्यवस्था: 450 किलोमीटर की शुद्ध पेयजल पाइपलाइन बिछाई गई है. 

भव्यता और स्वच्छता का अद्वितीय संगम

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 के कुंभ में प्रयागराजवासियों ने स्वच्छता और आतिथ्य का जो उदाहरण पेश किया, उसे इस बार और भी बेहतर बनाया जाएगा. मेला क्षेत्र में साफ-सफाई और व्यवस्थाओं को प्राथमिकता दी गई है. 

मुख्य स्नान पर्वों की सूची

  • 13 जनवरी: पौष पूर्णिमा – पहला स्नान पर्व
  • 14 जनवरी: मकर संक्रांति – पहला शाही स्नान
  • 29 जनवरी: मौनी अमावस्या – मुख्य स्नान पर्व, 6-8 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद
  • 3 फरवरी: बसंत पंचमी
  • 12 फरवरी: माघी पूर्णिमा
  • 26 फरवरी: महाशिवरात्रि – समापन स्नान पर्व

संतों और श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था
 

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्य पर्वों पर कोई प्रोटोकॉल नहीं रहेगा. संतों और श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए फूलों की वर्षा की जाएगी. सभी घाटों पर स्नान की बेहतर व्यवस्था होगी.

 

 

दुर्लभ संयोग का साक्षी बनेगा देश और दुनिया

सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ का यह आयोजन देश और दुनिया को प्रयागराज की आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक धरोहर से परिचित कराएगा. सरकार, मेला प्राधिकरण और स्थानीय प्रशासन इस आयोजन को सफल बनाने के लिए तत्पर हैं. 

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