बिहार विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2025 को लेकर उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे जिलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. बिहार राज्य की सीमा उत्तर प्रदेश के देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, गाजीपुर, चंदौली, बलिया और सोनभद्र सहित कुल 7 जनपदों से लगती है, जिसकी कुल लंबाई लगभग 524 किलोमीटर है. चुनाव के दौरान किसी भी तरह की अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए प्रशासन ने व्यापक स्तर पर निगरानी और चेकिंग अभियान शुरू कर दिया है.
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पहले चरण का मतदान
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 6 नवंबर 2025 को मतदान होगा. इस चरण में बिहार राज्य के 15 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान सम्पन्न हो रहा है जो उत्तर प्रदेश के कुशीनगर, देवरिया, बलिया और गाजीपुर जनपदों से सटे हुए हैं. इन सीमावर्ती जिलों में पुलिस और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है.
दूसरे चरण का मतदान
चुनाव के दूसरे चरण में 11 नवंबर 2025 को 5 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा जो उत्तर प्रदेश के महराजगंज, कुशीनगर, गाजीपुर, चंदौली और सोनभद्र जिलों से सटे हैं. इन इलाकों में भी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है ताकि किसी भी तरह की अवैध आवाजाही या गड़बड़ी को रोका जा सके.
अवैध शराब पर कार्रवाई
निर्वाचन के दौरान शराब तस्करी पर नकेल कसने के लिए चलाए गए विशेष अभियान में अब तक 197 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं. इस दौरान 209 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और करीब 7409 लीटर अवैध शराब बरामद की गई है, जिसकी अनुमानित कीमत ₹24.50 लाख बताई जा रही है.
मादक पदार्थों की बरामदगी
सुरक्षा एजेंसियों ने मादक पदार्थों की तस्करी पर भी सख्त कार्रवाई की है. अब तक 4 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 4 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. इस दौरान करीब 5 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थ बरामद किया गया है, जिसकी बाजार कीमत लगभग ₹2.42 लाख आंकी गई है.
सीमा पर निगरानी व्यवस्था
बिहार सीमा से लगे उत्तर प्रदेश के जिलों में कुल 94 नाका/बैरियर स्थापित किए गए हैं, जिनमें 51 मिरर चेकपोस्ट और 45 CCTV युक्त चेकपोस्ट शामिल हैं. इन चेकपोस्टों पर 602 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं जिनमें 188 सब-इंस्पेक्टर, 187 हेड कांस्टेबल और 227 कांस्टेबल शामिल हैं. बिहार राज्य की सीमा को पूरी तरह सील कर प्रभावी चेकिंग की जा रही है. ये नाके मतदान समाप्ति तक सक्रिय रहेंगे.
अतिरिक्त बल की तैनाती
चुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष ढंग से सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन ने 40 कंपनियों की पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र बल) को आवश्यक संसाधनों और उपकरणों के साथ तैनात किया है. सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिया गया है कि सीमा क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखी जाए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तत्काल कार्रवाई की जाए.
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