लखनऊ में शिप के आकार में बन रहा नौसेना शौर्य संग्रहालय, इसकी प्लानिंग और अंदर की सारी डिटेल सामने आईं

लखनऊ में बन रहा नौसेना शौर्य संग्रहालय भारतीय नौसेना की वीरता और भारत की समुद्री शक्ति का प्रतीक होगा. जहाज के आकार में तैयार हो रहे इस संग्रहालय में INS गोमती, TU-142 विमान, 7D थिएटर और वॉरशिप सिम्युलेटर जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी.

यूपी तक

• 11:04 AM • 31 Oct 2025

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UP News: लखनऊ में बन रहा नौसेना शौर्य संग्रहालय भारतीय नौसेना की अदम्य शौर्यगाथाओं और भारत की समुद्री शक्ति का जीवन्त प्रतीक होगा. यह संग्रहालय जहाज के आकार में तैयार हो रहा है. इसमें नौसैनिक वास्तुकला, पोर्थोल स्टाइल की खिड़कियां, जहाज की रेलिंग और समुद्री प्रतीक शामिल होंगे. सीएम योगी आदित्यनाथ ने संस्कृति विभाग की समीक्षा बैठक में इस महत्वाकांक्षी परियोजना की विस्तृत जानकारी ली है और इसे जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं. 

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सीएम ने साफ कहा है कि यह संग्रहालय उत्तर प्रदेश को राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर एक नई और गौरवपूर्ण पहचान देगा. यहां डिजिटल, इमर्सिव और इंटरएक्टिव तकनीकों के माध्यम से नौसेना के अभियानों, युद्ध और तकनीकी नवाचारों का प्रत्यक्ष अनुभव विजिटर्स को हो सकेगा. 

शिप का आकार, पोर्थोल वाली खिड़कियां! नौसेना शौर्य संग्रहालय की खासियतें जानें

लखनऊ का यह नौसेना संग्रहालय अपनी वास्तुकला के कारण विशिष्ट पहचान रखेगा. अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि संग्रहालय का पूरा स्वरूप एक विशाल जहाज के रूप में होगा. इसमें जहाज की रेलिंग, पोर्थोल (Porthole) जैसी खिड़कियां, नौसैनिक वास्तुकला और समुद्री प्रतीकों का इस्तेमाल किया जाएगा. 

⦁    संग्रहालय का डिजाइन जहाज के आकार में होगा. इसमें एक इंटरेक्शन सेंटर, सेंट्रल डेक, ओपन एयर मेमोरियल, थीमैटिक वॉक-वे, प्रदर्शनी गैलरी, फव्वारे और लाइट-एंड-साउंड एरिना होंगे.

⦁    ऊर्जा संरक्षण को ध्यान में रखते हुए प्राकृतिक रोशनी, वेंटिलेशन और हरित निर्माण तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. 

⦁    संग्रहालय में 7D थिएटर, एयरक्राफ्ट कैरियर लैंडिंग सिम्युलेटर, वॉरशिप सिम्युलेटर, डिजिटल वाटर स्क्रीन शो और मरीन लाइफ एक्वेरियम जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी. 

⦁    'ड्रेस लाइक योर हीरोज' जैसी गतिविधियां युवाओं को नौसेना के करीब लाने का माध्यम बनेंगी. 

'INS गोमती' से लेकर TU-142 विमान तक, वीरता की कहानी
यह परियोजना दो प्रमुख हिस्सों में विकसित हो रही है: 'आई.एन.एस. गोमती शौर्य स्मारक' और 'नौसेना शौर्य वाटिका'. 

INS गोमती (F-21): स्वदेशी गोदावरी श्रेणी के इस मिसाइल फ्रिगेट ने 34 वर्षों तक भारतीय नौसेना की सेवा की और 'ऑपरेशन कैक्टस' तथा 'ऑपरेशन पराक्रम' जैसे महत्वपूर्ण अभियानों में हिस्सा लिया. इसे संरक्षित कर संग्रहालय परिसर में प्रदर्शित किया जाएगा. 

नौसेना शौर्य वाटिका: मुख्यमंत्री ने इसे परियोजना का विशेष आकर्षण बताते हुए शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया. इस वाटिका में TU-142 विमान (जिसने 29 वर्षों तक समुद्री निगरानी और आपदा राहत में काम किया) स्थापित किया जा रहा है. इसके साथ ही सी किंग SK-42B हेलीकॉप्टर की प्रदर्शनी भी प्रस्तावित है. यह वाटिका युवाओं को आधुनिक नौसैनिक अभियानों और प्रौद्योगिकी से जोड़ने का काम करेगी. 

सिम्युलेटर और 7D थिएटर

संग्रहालय को इंटरएक्टिव बनाने के लिए कई अत्याधुनिक सुविधाएं जोड़ी जाएंगी. यहां एयरक्राफ्ट कैरियर लैंडिंग सिम्युलेटर और वॉरशिप सिम्युलेटर उपलब्ध होंगे. 7D थिएटर, सबमर्ज्ड द्वारका मॉडल (डूब चुकी द्वारका नगरी का मॉडल), डिजिटल वॉटर स्क्रीन शो, मरीन लाइफ एक्वेरियम, और 'ड्रेस लाइक योर हीरोज़' जैसी गतिविधियां भी होंगी. सीएम योगी ने नौसेना संग्रहालय में छत्रपति शिवाजी महाराज के सामुद्रिक विज़न और विरासत से संबंधित आवश्यक जानकारी प्रमुखता से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. इस पूरे प्रोजेक्ट की निगरानी के लिए महानिदेशक पर्यटन की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है. इसमें नौसेना के विशेषज्ञ भी शामिल हैं.

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