जब गुजरात के जफर सरेशवाला ने असद और अतीक से की थी बात, तब बाहुबली ने जेल से की थी कॉल

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Atiq Ahmed News: उत्तर प्रदेश में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. आपको बता दें कि अतीक की हत्या (15 अप्रैल) से पहले UPSTF ने 13 अप्रैल को झांसी में माफिया के तीसरे नंबर के बेटे असद और उसके गुर्गे गुलाम को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था. वहीं, अतीक के बेटे असद को लेकर गुजरात के बड़े व्यापारी और राजनीतिक विश्लेषक जफर सरेशवाला ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने बताया कि जब माफिया अतीक को गुजरात की साबरमती जेल लाया जा रहा था तब असद उनके पास आया था. जफर के अनुसार, उस समय असद ने उनकी बात अतीक से करवाई थी. जफर ने बताया कि अतीक ने उनसे फोन पर अपनी हिफाजत की मांग की थी.

जफर सरेशवाला ने कहा, “ये बात है 2019 की. एक गैर मुस्लिम के साथ एक नौजवान आया था. उसने कहा कि मैं असद हूं और एमिटी यूनिवर्सिटी में लॉ की पढ़ाई करता हूं. तब उसकी उम्र 20 साल से कम रही होगी. उसके 85 पर्सेंट मार्क्स आए थे 12वीं में. उसने कहा कि मेरे वालिद अतीक अहमद हैं. नाम सुनकर मैं चौंका और मैंने कहा कि वो जो डॉन हैं. उसने कहा कि हां वो मेरे वालिद हैं. इतने में उसने फोन ही लगा दिया. मैंने कहा कि कमाल है, वो जेल में हैं और बात हो रही है.”

सरेशवाला ने आगे बताया, “उन्होंने (अतीक) ने कहा जफर भाई मैं आपकी बहुत इज्जत करता हूं, आपसे कभी मिला नहीं हूं, आप बहुत संजीदगी की बात करते हो, आप बड़े आदमी हो. मैंने कहा कि मेरा जेल से तो कोई ताल्लुक नहीं है. उन्होंने कहा कि जफर भाई मैं सिर्फ इतना चाहता हूं कि जब मुझे शिफ्ट कर रहे हैं, तो मेरे साथ जुल्म और ज्यादती न हो. मैं डाइबटीज का पेशंट हूं. मैंने कहा कि अहमदाबाद सेन्ट्रल जेल के अफसर बहुत ही संजीदगी के साथ पेश आएंगे और आपके साथ ऐसा कुछ नहीं करेंगे.”

जफर सरेशवाला ने बताया कि उस समय उन्होंने अतीक से कहा था कि ‘आप जिस रास्ते पर हो, उसकी मंजिल बहुत भयानक है. मैं आपसे एक इल्तजा करता हूं कि आपका बेटा असद एक बहुत ही होनहार बच्चा है, तो आप अपनी परछाई से इस बच्चे को दूर रखना.”

15 अप्रैल को हुई अतीक और अशरफ की हत्या

गौरतलब है कि शनिवार, 15 अप्रैल को पूर्व सांसद और माफिया अतीक और उसके छोटे भाई अशरफ की प्रयागराज में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई. यह वारदात तब घटी, जब पुलिस दोनों भाइयों को प्रयागराज के एक अस्पताल में मेडिकल चेकअप के लिए ले जा रही थी. ध्यान देनी वाली बात यह है कि अतीक की हत्या उस दिन हुई, जिस दिन उसके तीसरे नंबर के बेटे असद को सुपुर्द-ए-खाक किया गया था. दरअसल, उमेश पाल मर्डर केस में 5 लाख रुपये का इनामिया असद फरार चल रहा था, जिसका 13 अप्रैल को झांसी में UPSTF ने एनकाउंटर कर दिया था.

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