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सदियों का साक्षी है महोबा का सूर्य मंदिर, कोणार्क के Sun Temple से भी पुराना, जानें इतिहास

नाहिद अंसारी

Mahoba News: इतिहास के पन्नों में कई अहम घटनाएं समेटे महोबा का सूर्य मंदिर सदियों का साक्षी है. कहा ये भी जाता है कि कोणार्क के सूर्य मंदिर…

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Mahoba News: इतिहास के पन्नों में कई अहम घटनाएं समेटे महोबा का सूर्य मंदिर सदियों का साक्षी है. कहा ये भी जाता है कि कोणार्क के सूर्य मंदिर (Konark Sun Temple) से काफी समय पहले ही चंदेला शासन में बुंदलेखंड में ऐसे पत्थर थे, जहां से सूर्य की पूजा की जाती थी. कुछ खास तरह से बने इस मंदिर को देखने की चाहत अब भी बड़ी संख्या में लोगों को महोबा खींच लाती है. मगर, ये संख्या कोणार्क सूर्य मंदिर के मुकाबले काफी कम है. कोणार्क मंदिर में जहां 25 लाख श्रद्धालु हर साल आते हैं, तो महोबा में ये संख्या 12 लाख के करीब है. मंदिर समय के साथ अपना अस्तित्व खोता जा रहा है.

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