UP में H3N2 पर अलर्ट जारी! ऑक्सीजन लेवल 90 से नीचे गया तो हो जाएं भर्ती, ये बातें भी जानें

अभिषेक मिश्रा

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Alert Issued on H3N2 in UP: उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में H3N2 इन्फ्लुएंजा को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है. आपको बता दें कि गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को ज्यादा सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है. इसके अलावा बच्चों और बुजुर्गों को भी सावधानी बरतने को कहा गया है. केंद्र से एडवाइजरी मिलने के बाद उत्तर प्रदेश में तत्काल प्रभाव से H3N2 को लेकर गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है. अहम बात यह है कि एडवाइजरी में इंफ्लुएंजा संक्रमित मरीजों के ऑक्सीजन लेवल की निगरानी की बात की गई है. एडवायजरी के मुताबिक, ऑक्सीजन लेवल 90 से ऊपर गिरने पर तुरंत भर्ती करने के निर्देश दिए हैं. वहीं, इंफ्लूएंजा की जद में आने वाले मरीजों को ओसेल्टामिविर दवा देने की बात कही है. वहीं, हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है.

ये लोग विशेष रूप से बरतें सावधानी

यूपी तक से बात करते हुए स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. अविनाश सिंह ने कहा कि’ 6 महीने से 8 साल के बच्चों और 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को ज्यादा सतर्क रहने को कहा गया है. इन लोगों को जोखिम समूह में शामिल करते हुए इन्हें भी टीका लगाने के निर्देश दिए गए हैं और राज्य में इन्फ्लुएंजा के मामले लगातार बढ़ रहे हैं.’

डॉ. अविनाश सिंह ने आगे कहा, “सभी 75 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है. हर जिले में एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, एक चिकित्सक, एक महामारी विशेषज्ञ, एक रोगविज्ञानी, एक प्रयोगशाला तकनीशियन और एक माइक्रोबायोलॉजिस्ट की एक टीम बनाई गई है. इन्फ्लूएंजा होने पर मरीजों को ओसेल्टामिविर दवा दी जाएगी. पहले से बने आइसोलेशन वॉर्ड में 2 बेड के बीच कम से कम 1 मीटर की दूरी रखने के निर्देश दिए गए हैं.”

हेल्पलाइन नंबर हुआ जारी

वहीं, प्रदेश में H3N2 इन्फ्लुएंजा से निपटने के लिए टोल फ्री नंबर 18001805145 भी जारी किया गया है. स्टेट कंट्रोल रूम के इस नंबर पर फोन इंफ्लुएंजा से संबंधित जानकारी और मदद आसानी से ली जा सकती है. स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल स्टाफ को अलर्ट पर रहने और पूरी क्षमता के साथ मरीजों को चिकित्सकीय सहायता देने को कहा है.

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यूपी तक से बात करते हुए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा है, “सरकारी और निजी पैथोलॉजी सेंटरों में H3N2 की जांच की जा रही है. जिसमें एच3एन2 स्ट्रेन की पुष्टि हो रही है. इस वायरस से सावधान रहें. सर्दी, बुखार, गले में खराश जैसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. रोगी मास्क का प्रयोग करें.”

उन्होंने आगे कहा, “मौसमी इन्फ्लूएंजा और H3N2 से घबराना नहीं चाहिए. यह एक सामान्य संक्रमण है और इससे सावधान रहने की जरूरत है. विशेष रूप से गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, बच्चे और पुरानी गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग अपना ख्याल रखें. बाहर जाने से बचें. भीड़भाड़ वाली जगहों पर. मास्क पहनें. समय-समय पर साबुन और सैनिटाइजर से हाथ साफ करें.”

इन जगह है जांच की सुविधा का दावा

गौरतलब है कि सरकार ने एसजीपीजीआई, केजीएमयू, राजकीय ग्रामीण चिकित्सा विज्ञान संस्थान सैफई, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर नगर, एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा, एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज मेरठ, बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज गोरखपुर, बीएचयू, आईसीएमआर क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र गोरखपुर, जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एएमयू, एम्स रायबरेली और जिम्स नोएडा  समेत कई जगहों पर जांच की सुविधा का दावा किया है,

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