OBC-दलितों का जिक्र कर मायावती ने BJP-कांग्रेस पर बोला हमला, जातीय जनगणना का उठाया मुद्दा

पंजाब में कांग्रेस की ओर से दलित मुख्यमंत्री (चरणजीत सिंह चन्नी) बनाए जाने के बाद बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) चीफ मायावती की प्रतिक्रिया सामने आई…

पंजाब में कांग्रेस की ओर से दलित मुख्यमंत्री (चरणजीत सिंह चन्नी) बनाए जाने के बाद बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) चीफ मायावती की प्रतिक्रिया सामने आई है. 20 सितंबर को मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि कांग्रेस और दूसरी विरोधी पार्टियों को मुसीबत में या मजबूरी में ही दलित वर्ग के लोग याद आते हैं.

बीएसपी चीफ ने कहा, ”जब अंग्रेज रजामंद हो गए थे कि हम भारत को आजाद कर देंगे तो जब भारतीय संविधान को बनाने की बात आई तो उस समय अगर कांग्रेस के पास बाबा साहब अंबेडकर से ज्यादा काबिल आदमी होता तो ये किसी भी कीमत पर बाबा साहब को संविधान बनाने में शामिल नहीं करते.”

इस दौरान मायावती ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, ”जब यूपी में भी विधानसभा चुनाव होने में कुछ समय बचा है तो यहां भी खासकर ओबीसी समाज के प्रति उभरा बीजेपी का नया-नया प्रेम वास्तव में दिखावटी और हवा-हवाई न होकर अगर थोड़ा भी सही और सार्थक होता तो इनकी केंद्र और यूपी सहित अन्य राज्यों की सरकारें इनके साथ-साथ एससी और एसटी की भी सरकारी नौकरियों में अभी तक बैकलॉग को जरूर भर देतीं. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.”

इसके अलावा बीएसपी चीफ ने कहा, ”अगर ओबीसी के प्रति इनके मन में थोड़ी सी भी ईमानदारी होती, थोड़ी सी भी सच्चाई होती तो अब तक ओबीसी के लोगों की जातीय जनगणना की मांग को भी स्वीकार कर लिया गया होता.”

मायावती ने कहा, ”इस मामले में सच्चाई तो ये है कि बीजेपी और अन्य सभी जातिवादी पार्टियां भी देश में ओबीसी के लोगों की जनगणना कराने में वैसे ही घबरा रही हैं जैसे इनके आरक्षण संबंधी मंडल कमीशन की रिपोर्ट को लागू करने में इनके लोगों ने अति उग्र होकर पूरे देश में आंदोलन किया था.”

बीएसपी चीफ ने कहा, ”मुझे पूरा भरोसा है कि पूरे देश में दलित वर्ग के लोगों के साथ-साथ अति पिछड़े वर्ग लोग भी न कांग्रेस के बहकावे में आने वाले हैं, न बीजेपी और न ही अन्य किसी और पार्टी के”

मायावती ने कहा कि आज भी पूरे देश में, चाहे एससी-एसटी का मामला हो, ओबीसी का मामला हो, सरकारी नौकरियों में इनके पद अभी भी खाली पड़े हैं.

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