मिल्कीपुर उपचुनाव का रास्ता साफ? अवधेश प्रसाद के खिलाफ जिस याचिका से रुका चुनाव उसपर आया ये बड़ा अपडेट
यूपी उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद यह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर अयोध्या स्थित मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव क्यों नहीं हो रहे हैं.
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Milkipur Bypolls 2024: चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के साथ ही यूपी समेत अन्य राज्यों में होने वाले उपचुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. यूपी में 10 सीटें रिक्त है, लेकिन चुनाव आयोग ने 9 विधानसभा सीट की तारीखों का ऐलान किया है. यूपी उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद यह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर अयोध्या स्थित मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव क्यों नहीं हो रहे हैं. इसके पीछे कारण है पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा की याचिका, जो अवधेश प्रसाद के चुनाव के खिलाफ हाई कोर्ट में दाखिल की गई थी. अब खबर है कि गोरखनाथ बाबा ने अपनी याचिका वापस लेने का निर्णय लिया है.
वकील ने किया बड़ा एलान
गोरखनाथ बाबा के वकील विक्रम सिंह ने बताया कि, 'चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र, झारखंड विधानसभा चुनाव और यूपी में उपचुनाव का ऐलान किया, लेकिन मिल्कीपुर में चुनाव का ऐलान नहीं हुआ क्योंकि उनके द्वारा लखनऊ हाई कोर्ट में एक इलेक्शन पिटीशन फाइल की गई थी. इस याचिका में आरोपी अवधेश प्रसाद द्वारा फाइल किए गए एफिडेविट को फैब्रिकेटेड बताया गया था. हमने आऱटीआई से पता लगाया कि उन अधिवक्ता की नोटरी 2011 में एक्सपायर हो गई थी जबकि 2022 में इसी अधिवक्ता द्वारा नोटरी करवाई गई थी, जिस पर हमने चैलेंज किया था. इस पर सुनवाई चल रही है.'
उन्होंने कहा कि बीच में जब लोकसभा चुनाव हुए तो अवधेश प्रसाद सांसद चुन लिए गए इसलिए हमने याचिका को ज्यादा फोर्स नहीं किया. चूंकि मामला पेंडिंग है और न्यायालय ने संज्ञान लिया है तो मिल्कीपुर में चुनाव की घोषणा नहीं हुई. ऐसे में एक-दो दिन में हम याचिका वापस ले लेंगे और उसके बाद चुनाव आयोग को इसकी जानकरी भी दे देंगे. सोशल मीडिया पर यह बात गलत तरीके से बताई जा रही है कि बीजेपी चुनाव से डर रही है, जबकि सच्चाई यह है कि अवधेश प्रसाद ने विधायकी से इस्तीफा दे दिया है.
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अवधेश प्रसाद के चुनावी एफिडेविट पर लगे थे आरोप
बता दें कि यूपी के 2022 विधानसभा चुनाव में हार के बाद मिल्कीपुर से बीजेपी उम्मीदवार गोरखनाथ बाबा ने अवधेश प्रसाद के चुनावी हलफनामे को अदालत में चुनौती दी थी और यह मामला अभी तक अदालत में विचाराधीन है. अवधेश प्रसाद ने अपने चुनावी एफिडेविट को जिस वकील सत्यापन कराया था, उस वकील का लाइसेंस निरस्त हो चुका था और कोई नवीनीकरण भी नहीं था. गोरखनाथ बाबा ने अदालत को यह कहा था कि यह पूरी एफिडेविट यानी कि अवधेश प्रसाद का चुनावी हालकनामा फर्जी और अवैध है.
मिल्कीपुर सीट सपा नेता अवधेश प्रसाद पासी के इस्तीफे के चलते खाली हुई है. उन्होंने लोकसभा चुनावों में फैजाबाद संसदीय सीट से सपा के टिकट पर जीत दर्ज करने के बाद यूपी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था.वहीं सपा ने सांसद अवधेश प्रसाद के पुत्र अजीत प्रसाद को मिल्कीपुर से अपना प्रत्याशी बनाया है.
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