दलितों-पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के साथ ब्राह्मण भी…जनेश्वर मिश्र के बहाने अखिलेश की PDA+ पर नजर
UP News: लोकसभा चुनाव में मिली सफलता के बाद लगता है समाजवादी पार्टी ने अभी से ही साल 2027 यूपी विधानसभा की तैयारी शुरू कर दी है. इसी को साधने के लिए सपा अब पीडीए प्लस पर काम कर रही है.
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UP Politics: लोकसभा चुनाव में मिली सफलता के बाद लगता है समाजवादी पार्टी ने अभी से ही साल 2027 यूपी विधानसभा की तैयारी शुरू कर दी है. दरअसल सपा का विजयी पीडीए फॉर्मूले में अब सपा ब्राह्मणों को भी जोड़ने की तैयारी कर रही है. सियासी गलियारों में चर्चाएं हैं कि सपा पीडीए प्लस बनाने की कोशिश में हैं. पीडीए प्लस में पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक हैं. सपा अब इसमें ब्राह्मणों को भी जोड़ने की योजना बना रही है.
पीडीए प्लस की तैयारी में सपा
दरअसल कल यानी 5 अगस्त को सपा के कद्दावर नेता रहे स्व. जनेश्वर मिश्र का जन्मदिन है. कल समाजवादी पार्टी जनेश्वर मिश्र का जन्मदिन बना रही है. माना जा रहा है कि सपा इस बहाने सवर्ण और ओबीसी सियासत में भी संतुलन बनाने की कोशिश करेगी. अखिलेश यादव 2027 विधानसभा चुनावों में सवर्ण वोटबैंक को साधने
40 प्रतिशत वोट पर सपा की नजर
बता दें कि लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में सपा को 33.59 प्रतिशत वोट मिला है. सपा का लक्ष्य है कि विधानसभा चुनाव में इस वोट प्रतिशत को बढ़ाकर 40 प्रतिशत किया जाए और विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की जाए.
ये है सपा की राजनीति
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माना जा रहा है कि ब्राह्मणों को साधने की रणनीति के तहत ही माता प्रसाद पांडेय को अखिलेश यादव ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया है. दूसरी तरफ ओबीसी रणनीति के तहत बाबू सिंह कुशवाहा को लोकसभा में उपनेता बनाया गया है. अब सपा पीडीए की पंचायत भी करने जा रही है. माना जा रहा है कि सितंबर में प्रदेश भर में में सपा पीडीए की पंचायत करेगी. उसके बाद जिला और तहसील में पीडीए की पंचायत करेगी.
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