Budget 2023: बसपा सुप्रीमो मायावती बोलीं- झूठी उम्मीदें क्यों?, BJP सरकार पर खूब कसे तंज

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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आज यानी बुधवार को केंद्रीय बजट (Budget) पेश किया. अब बजट को लेकर सियासत तेज हो गई…

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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आज यानी बुधवार को केंद्रीय बजट (Budget) पेश किया. अब बजट को लेकर सियासत तेज हो गई है. जहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) केंद्रीय बजट को देश को राहत और विकास का बजट बता रही हैं तो वहीं विपक्षी दल इस बजट को लेकर भाजपा पर निशाना साध रहे हैं.

इसी बीच बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने बजट को लेकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर जमकर निशाना साधा है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया, “देश में पहले की तरह पिछले 9 सालों में भी केंद्र सरकार के बजट आते-जाते रहे, जिसमें घोषणाओं, वादों, दावों व उम्मीदों की बरसात की जाती रही. मगर वे सब बेमानी हो गए जब भारत का मिडिल क्लास महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी आदि की मार के कारण लोवर मिडिल क्लास बन गया, अति-दुखद.”

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झूठी उम्मीदें क्यों- मायावती

बसपा चीफ मायावती ने भाजपा सरकार पर झूठी उम्मीदों का आरोप लगाते हुए ट्वीट किया, “इस वर्ष का बजट भी कोई ज्यादा अलग नहीं है. पिछले साल की कमियां कोई सरकार नहीं बताती और नए वादों की फिर से झड़ी लगा देती है, जबकि जमीनी हकीकत में 100 करोड़ से अधिक जनता का जीवन वैसे ही दाव पर लगा रहता है जैसे पहले था. लोग उम्मीदों के सहारे जीते हैं, लेकिन झूठी उम्मीदें क्यों?.”

मायावती ने इस दौरान भाजपा सरकार को नसीहत भी दी. उन्होंने ट्वीट किया, “सरकार की संकीर्ण नीतियों व गलत सोच का सबसे ज्यादा गलत प्रभाव उन करोड़ों गरीबों, किसानों और अन्य मेहनतकश लोगों के जीवन पर पड़ता है जो ग्रामीण भारत से जुड़े हैं और असली भारत कहलाते हैं. सरकार उनके आत्म-सम्मान व आत्मनिर्भरता पर ध्यान दें, ताकि आमजन की जेब भरे व देश विकसित हो.”

इस दौरान बसपा सुप्रीमो ने भाजपा सरकार पर तंज भी कसा. उन्होंने ट्वीट किया कि, “केंद्र जब भी योजना लाभार्थियों के आंकड़ों की बात करें तो उसे जरूर याद रखना चाहिए कि भारत लगभग 130 करोड़ गरीबों, मजदूरों, वंचितों, किसानों आदि का विशाल देश है जो अपने अमृतकाल को तरस रहे हैं. उनके लिए बातें ज्यादा हैं. बजट पार्टी से ज्यादा देश के लिए हो तो बेहतर.”

जनता को सांत्वना देने के लिहाज से बहुत कमतर रहा राष्ट्रपति का अभिभाषण: मायावती

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