कुर्बानी के लिए लाए गए 250 बकरों को ज्यादा रुपए में खरीदा, बचाई जिंदगी, अब बकराशाला में रहेंगे

दुष्यंत त्यागी

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Baghpat News: आज देशभर में बकरीद मनाई जा रही है. मुस्लिम समाज के लोग जानवरों की कुर्बानी दे रहे हैं. पुलिस भी अलर्ट पर है. इसी बीच उत्तर प्रदेश के बागपत में जो खबर सामने आ रही है, वह चर्चाओं में बनी हुई है. दरअसल यहां जनपद अमीनगर सराय कस्बे में जैन समाज के लोगों ने बाजार में बिक्री के लिए आए 250 बकरे खरीद लिए और उन बकरों को बकराशाला में संरक्षित कर दिया. जैन समाज के मुताबिक, 250 बकरे खरीदकर उन्होंने इन सभी बकरों की जान बचाई है. 

कुर्बानी के लिए आए बकरे ही खरीद लिए

दरअसल अमीनगर सराय कस्बे में जैन समाज के लोगों द्वारा जीव दया संस्थान साल 2016 से चलाई जा रही है. इस संस्थान को खोलने का उद्देश्य बेजुबान जीवों की रक्षा करना है. ये संस्था हर साल बकरीद पर कुर्बानी के लिए आए जानवरों को खरीदकर उनकी जिंदगी की रक्षा करती है. इसके लिए उन्होंने यहा बकराशाला की स्थापना करवाई है. 

मिली जानकारी के मुताबिक, इस समय इस बकराशाला में 450 बकरे मौजूद हैं. बताया जा रहा है कि कुर्बानी के लिए आए इन बकरों को जैन समाज के लोगों ने ज्यादा दाम देकर खरीदा है और उनकी जान बचाकर इन्हें बकराशाला में रख दिया है.

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कुर्बानी के लिए बकरों के गले में कुर्बानी वाले धागे भी बांध दिए

मिली जानकारी के मुताबिक, इन सभी बकरों के गले में कुर्बानी वाले लाल धागे भी बंधे हुए थे. मगर जैन समाज के लोगों ने ज्यादा रकम देकर इन 250 बकरों को खरीद लिया. आपको ये भी बता दें कि जिस बकराशाला में इन बकरों को रखा गया है वह करीब 5000 वर्ग फीट में बनी है.

यहां बकरों के खाने-पीने और उनके इलाज की भी व्यवस्था रहती है. संस्थान के सदस्यों का दावा है कि यह बकराशाला देश की पहली बकराशा है. इसका लक्ष्य जानवरों और पशुओं की रक्षा करना है. संस्था के अनुसार,   आने वाले दिनों में संस्था पक्षियों के लिए भी 45 मंजिला ऊंचा टावर बनाने जा रही है, जिसमें पक्षी भी अपना निवास बनाकर रह सकेंगे. संस्था द्वारा बताया गया है कि इस बकराशाला के लिए उन्हें पश्चिम यूपी के कई जैन परिवारों से आर्थिक सहायता मिलती है.

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