मिर्जापुर में 300000000 की मूर्ति हुई चोरी तो पुलिस ने सपा नेता को दबोचा, फिर सामने आई चौंकाऊ कहानी
UP News: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में राम-जानकी मंदिर से 30 करोड़ रुपये की कीमत वाली अष्टधातु की मूर्ति चोरी हुई थी. इस मामले ने हड़कंप मचा दिया था. बता दें कि अब पुलिस ने इस केस का खुलासा कर दिया है.
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UP News: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में राम-जानकी मंदिर से 30 करोड़ रुपये की कीमत वाली अष्टधातु की मूर्ति चोरी हुई थी. इस मामले ने हड़कंप मचा दिया था. बता दें कि अब पुलिस ने इस केस का खुलासा कर दिया है. पुलिस का दावा है कि मंदिर के पुजारी ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर मूर्ति को चुराया था. बता दें कि इस मूर्ति चोरी में समाजवादी पार्टी का नेता भी शामिल था. मामले के खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी पुजारी और आरोपी समाजवादी पार्टी नेता सहित कुल चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. सभी को जेल भेज दिया गया है.
30 करोड़ की थी मूर्ति
ये पूरा मामला मिर्जापुर के पड़री थाना क्षेत्र अंतर्गत कठिनई से सामने आया था. यहां राम जानकी मंदिर मंदिर से 14 जनवरी 2025 को प्राचीन अष्टधातु की मूर्ति चोरी हो गई थी. इस मामले में मंदिर के पुजारी वंशीदास ने पड़री थाने में तहरीर देकर केस दर्ज करवाया था
पुलिस ने कर दिया खुलासा
पुलिस ने जांच में पाया कि मूर्ति चोरी करने वाला पुजारी वंशीदास ही था. वह अपना अलग मठ स्थापित करना चाहता था. इसलिए उसने अपने साथियों के साथ मिलकर मूर्ति चोरी की साजिश रची. इस मामले में पुजारी जयराम दास से भी आरोपी पुजारी का विवाद सामने आया है.
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सपा नेता को किया साजिश में शामिल
इस साजिश में आरोपी पुजारी ने समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय सचिव राम बहादुर पाल को भी शामिल किया. बता दें कि सपा नेता प्रयागराज से जिला पंचायत का सदस्य भी रह चुका है. इसी के साथ पुजारी ने अपने वाहन चालक लवकुश पाल, मुकेश कुमार सोनी को भी शामिल कर लिया. इसके बाद योजना के तहत अष्टधातु की प्राचीन मूर्ति को चुरा लिया और इसे छिपा दिया. मगर पुलिस ने साजिश का खुलासा करते हुए आरोपियों को पकड़ लिया और मूर्ति को भी बरामद कर लिया.
पुलिस ने ये बताया
इस पूरे मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने बताया, मंदिर से चोरी हुई अष्टधातु की मूर्ति करीब 30 करोड़ रुपये की थी. सभी गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.