बलिया में गंगा कटान से भयानक तबाही, एक ही गांव में बहे 107 मकान, DM अब ये पेशकश लेकर आए
UP News: बाढ़ ने जहां फसलों को बर्बाद किया है तो वहीं ग्रामीण जन-जीवन को भी हिला कर रख दिया है. यूपी के बलिया में भी बाढ़ का प्रकोप देखने को मिल रहा है.
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UP News: उत्तर प्रदेश के कई जिले इस समय बाढ़ से परेशान हैं. बाढ़ ने जहां फसलों को बर्बाद किया है तो वहीं ग्रामीण जन-जीवन को भी हिला कर रख दिया है. बाढ़ की वजह से जान-माल सभी का नुकसान हुआ है. फिलहाल उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन राहत कार्य में जुटी हुई है. इस बीच उत्तर प्रदेश के बलिया में भी नदियां खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही हैं.
बलिया में भी गंगा का कटान जोरो पर है और यहां भी बाढ़ आ गई है. यहां के एक गांव में ही अभी तक 100 से अधिक मकान गंगा कटान की वजह से गंगा में समा गए हैं. ये भयावह सिलसिला अभी भी बना हुआ है. बलिया के जिला प्रशासन का कहना है कि अभी तक गंगा कटान की वजह से इस गांव के 107 घर गंगा में बह गए हैं.
नौरंगी गांव में मची तबाही
गंगा और घाघरा नदी मे आई बाढ़ से बलिया मे दोनों ही नदियाँ का खतरा बिंदु से ऊपर बह रही है. बलिया के बैरिया तहसील क्षेत्र के चक्की नौरंगा गांव में इस साल आई बाढ़ से अब तक 100 से भी अधिक मकान कटान की वजह से गंगा नदी मे विलीन हो गए हैं. ये सिलसिला अभी भी बना हुआ है. प्रशासन भी 107 मकानों के बहने की बात कर रहा है.
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बता दें कि यहां मकानों के नदी में विलीन होने के वीडियो भी खूब सामने आ रहे हैं और वायरल हो रहे हैं. इन वीडियो में बाढ़ से मची तबाही का साफ मंजर देखा जा सकता है.
देखें वीडियो
जिलाधिकारी ने ये बताया
बलिया के जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने बताया, चक्की नौरंगा गांव में अब तक 107 मकान नदी में बहे हैं. जिनके भी मकान कटान की वजह से नदी में समाएं हैं, उनको सरकार की तरफ से मिलने वाली गृह अनुदान राशि भी दी जा चुकी है. बाढ़ का पानी कम होते ही उनको मकान बनाने के लिए जमीन भी उपलब्ध करवाई जाएगी. बाढ़ खत्म होने के बाद सरकार को ऐसा प्रपोजल बना कर भेजा जाएगा, जिससे आगे से कभी यहां कोई कटान नहीं हो.