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उन्नाव में संजू यादव के 14 साल के बेटे को बेरहमी से मार डाला? घरवालों ने गांव के इस परिवार पर लगाए गंभीर आरोप

सूरज सिंह

उन्नाव में 14 वर्षीय बच्चे की संदिग्ध मौत ने सनसनी फैला दी है. परिजनों ने आरोप लगाया कि कुत्ते से विवाद के बाद गांव के दबंगों ने बच्चे का अपहरण कर पिटाई, करंट और जहर देकर हत्या कर दी.

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उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में एक 14 वर्षीय बच्चे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है. परिजनों ने आरोप लगाया है कि गांव के ही दबंग परिवार ने उनके बेटे का अपहरण कर बेरहमी से पिटाई की, करंट लगाया और फिर जहर देकर हत्या कर दी. घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया. परिजनों के आक्रोश को देखते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के जिलाध्यक्ष राजेश यादव मौके पर पहुंचे और न्याय न मिलने पर यह मुद्दा विधानसभा और लोकसभा में उठाने की चेतावनी दी.

कुत्ते के भौंकने से शुरू हुआ विवाद

यह घटना उन्नाव सदर कोतवाली क्षेत्र के मड़ऊखेड़ा गांव की है. जानकारी के अनुसार, 17 अक्टूबर की शाम संज्जू यादव का 14 वर्षीय बेटा ऋत्विक भागवत कथा सुनकर घर लौट रहा था. रास्ते में पास के हिन्दूखेड़ा गांव निवासी विष्णभर त्रिपाठी के कुत्ते ने उस पर भौंकना शुरू कर दिया. परिजनों का कहना है कि ऋत्विक ने डर के मारे कुत्ते को पत्थर मारा और गाली देकर घर भाग आया.

अपहरण कर करंट लगाने और जहर देने का आरोप

परिजनों का आरोप है कि इस मामूली विवाद के बाद विष्णभर त्रिपाठी के छोटे बेटे और विनोद त्रिपाठी के बेटे ने ऋत्विक को घर से उठाकर ले गए. बच्चे के पिता संज्जू यादव ने बताया कि “उन्होंने मेरे बेटे को बेरहमी से पीटा, करंट लगाया, पैरों के तलवे चटवाए और बाद में जहर पिलाकर मार डाला.”
परिजनों का कहना है कि उनका किसी से कोई झगड़ा नहीं था, लेकिन आरोपी पक्ष धनबल और दबंगई के सहारे उत्पीड़न कर रहा था.

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पोस्टमार्टम के बाद गांव में हंगामा

मृतक का शव जब गांव पहुंचा तो परिजनों ने पुलिस पर भी लापरवाही का आरोप लगाया और कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया. इसी दौरान सपा जिलाध्यक्ष राजेश यादव अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि “अगर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया तो हम राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से यह मुद्दा विधानसभा और लोकसभा में उठवाएंगे. जरूरत पड़ी तो खुद अखिलेश जी को गांव लेकर आएंगे.” राजेश यादव ने साथ ही प्रशासन से मांग की कि अपराधियों के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई की जाए ताकि वे आत्मसमर्पण करने को मजबूर हों.

पुलिस की जांच जारी

मामले पर सीओ सदर दीपक यादव ने बताया कि 21 अक्टूबर को मड़ऊखेड़ा गांव निवासी श्रावण ने तहरीर दी थी. “17 अक्टूबर को हिन्दूखेड़ा गांव के विष्णभर त्रिपाठी के कुत्ते से कहासुनी हुई थी. आरोप है कि अगले दिन विष्णभर अपने साथियों के साथ ऋत्विक को प्रताड़ित किया. 19 अक्टूबर को सुबह करीब 11 बजे ऋत्विक ने जहर खा लिया. उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई.”  अधिकारी ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जा चुका है और रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.

परिजनों ने पुलिस पर तहरीर बदलवाने का लगाया आरोप

मृतक की मां आशा देवी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “पुलिस ने हमारी असली तहरीर नहीं मानी, उसे बदलवा दिया गया. हमने लिखा था कि मेरे बेटे को करंट और जहर दिया गया, लेकिन पुलिस ने उसे हल्का बना दिया.”

फिलहाल, इस पूरे मामले ने उन्नाव पुलिस प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है. गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है और पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है. पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी.

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