'दाढ़ी के लिए 10 बीवियां भी कुर्बान हैं', देवर के साथ भागने वाली अर्शी के शौहर शाकिर ने ले लिया बड़ा फैसला
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में रहने वाले शाकिर ने अपनी पत्नी अर्शी पर आरोप लगाया कि उसे उसकी दाढ़ी पसंद नहीं थी, जिसके चलते वह अपने देवर के साथ फरार हो गई.
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Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में रहने वाले शाकिर ने अपनी पत्नी अर्शी पर आरोप लगाया कि उसे उसकी दाढ़ी पसंद नहीं थी, जिसके चलते वह अपने देवर के साथ फरार हो गई. वहीं मामला जब पुलिस तक पहुंचा तो पति ने पत्नी को तीन तलाक दे दिया. वहीं, पत्नी ने पति पर शारीरिक कमजोरी का आरोप लगाते हुए ढाई लाख रुपये की मांग की और फिर देवर के साथ चली गई. फिलहाल मेरठ का ये मामला सुर्खियों में है.
क्या है पूरा मामला?
मामला मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के उज्जवल गार्डन का है. यहां रहने वाले शाकिर की शादी करीब सात महीने पहले इंचौली की अर्शी से हुई थी. शाकिर का आरोप है कि अर्शी को उनकी दाढ़ी और धार्मिक रीति-रिवाज पसंद नहीं थे. शाकिर के मुताबिक, अर्शी को नमाज, बुर्का और अन्य धार्मिक पाबंदियां बंधन लगती थीं. इसके चलते वह उनसे अक्सर बदतमीजी और गाली-गलौज करती थी.
लगभग तीन महीने पहले अर्शी अपने देवर साबिर के साथ फरार हो गई. शाकिर ने इसकी शिकायत लिसाड़ी गेट थाने में दर्ज कराई और बताया कि पत्नी को उनकी दाढ़ी पसंद नहीं थी. इसलिए वह देवर के साथ भाग गई. पुलिस ने दोनों की तलाश शुरू की और 30 अप्रैल को अर्शी और साबिर वापस लौट आए.
थाने में हंगामें के बाद हुआ तलाक
जैसे ही अर्शी और साबिर घर पहुंचे वहां हंगामा शुरू हो गया. शाकिर ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को बुलाया. पुलिस तीनों को लिसाड़ी गेट थाने ले गई जहां करीब तीन घंटे तक समझौते की कोशिश हुई. इस दौरान अर्शी ने खुलकर कहा कि वह शाकिर के साथ नहीं रहना चाहती. क्योंकि उन्हें शाकिर की शारीरिक कमजोरी पर शक है. अर्शी ने यह भी दावा किया कि उसे देवर साबिर से मोहब्बत हो गई है और वह उसी के साथ रहना चाहती है. साबिर ने भी अर्शी के साथ रहने की इच्छा जताई.
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वहीं, शाकिर ने कहा, 'मुझे पत्नी से ज्यादा मेरी दाढ़ी प्यारी है.' इसके बाद उन्होंने थाने में ही अर्शी को तीन तलाक दे दिया. अर्शी ने तलाक के बदले पांच लाख रुपये की मांग की. लेकिन बाद में ढाई लाख रुपये पर बात आई. लेकिन शाकिर ने बताया कि उन्होंने मेहर के 11 हजार रुपये पहले ही दे दिए थे. थाने में दोनों पक्षों की सहमति से लिखित समझौता हुआ और अर्शी को साबिर के साथ जाने की इजाजत दे दी गई.
दाढ़ी के लिए कुर्बान हैं 10 बीवियां
शाकिर ने इस पूरे मामले पर अपनी बात रखते हुए कहा, 'अर्शी को मेरी दाढ़ी और धार्मिक जीवनशैली पसंद नहीं थी. वह आजादी की बात करती थी और मेरे साथ बदतमीजी करती थी. मैंने कई बार उसके परिवार वालों को बताया, लेकिन उन्होंने कोई मदद नहीं की. जब पुलिस ने अर्शी को ढूंढा तो वह साबिर के साथ ही रहने की जिद पर अड़ी रही. मेरे लिए मेरी दाढ़ी और धर्म सबसे पहले है. अगर दाढ़ी के लिए ऐसी 10 बीवियां भी कुर्बान करनी पड़ें तो मैं तैयार हूं.'
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पत्नी के आरोप और ससुराल का रुख
अर्शी ने शाकिर पर शारीरिक कमजोरी का आरोप लगाया और कहा कि उसे शाकिर की मर्दानगी पर शक है. उसने यह भी बताया कि शादी के बाद ससुराल से कोई दहेज या सामान नहीं मिला, जो उसे वादा किया गया था. वहीं, शाकिर ने बताया कि अर्शी के घर वालों ने कहा कि उनकी बेटी उनके लिए मर चुकी है और अब वे इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं करेंगे.