लखनऊ: सपा नेताओं ने किया था पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन, अब दर्ज हो गई FIR, जानें

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Lucknow News: लखनऊ पुलिस ने बीते रविवार समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के कार्यकर्ता मनीष जगन अग्रवाल को हजरतगंज से गिरफ्तार किया था. आरोप था कि वह समाजवादी पार्टी मीडिया सेल नामक ट्विटर अकाउंट के हैंडलर हैं, जिससे आपत्तिजनक टिप्पणी की जा रही थी. इस मामले में तीन केस पुलिस में दर्ज कराए गए थे. मनीष जगन की गिरफ्तारी के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लखनऊ पुलिस मुख्यालय में पहुंच गए थे. इस दौरान यूपी पुलिस मुख्यालय के बाहर सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने धरना देना शुरू कर दिया था. इस धरना प्रदर्शन में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य भी शामिल थे.

अब इसी को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. पुलिस ने समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. बता दें कि यह एफआईआर पुलिस ने यूपी पुलिस मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करने के मामले में की है.

पुलिस ने सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ धारा 144 तोड़ने, बिना इजाजत धरना देने समेत अन्य धाराओं में भी केस दर्ज किया है. यह एफआईआर सुशांत गोल्फ सिटी थाने में दर्ज की गई है.

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अखिलेश मिलने के लिए जेल गए थे

आपको बता दें कि मनीष जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद अखिलेश यादव उनसे मिलने के लिए लखनऊ जेल गए थे, लेकिन वहां उन्हें मनीष जगन अग्रवाल से मिलने नहीं दिया गया.

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इस दौरान अखिलेश ने कहा था कि, “मैं इसलिए भी जेल आया था कि हमारी पार्टी के कार्यकर्ता जेल देख सकें, क्योंकि अब उनका भी जेल आना लगा रहेगा. बीजेपी गाली गलौज करती है. बीजेपी के सोशल मीडिया अकाउंट से हमारी पत्नी, परिवार और बच्चियों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है, लेकिन उसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई.”

जानिए कौन हैं मनीष जगन अग्रवाल

आपको बता दें कि मनीष जगन अग्रवाल उत्तर प्रदेश के सीतापुर के रहने वाले हैं. वह जगन्नाथ प्रसाद अग्रवाल के परिवार के सदस्य होने का दावा करते हैं, जो दो बार विधायक और तीन बार संसद सदस्य रहे थे. जगन्नाथ प्रसाद भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के कार्यकाल में राज्यसभा सदस्य भी थे.

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