कानपुर के 2 भाई चंद्रभान-आलोक यादव के साथ उत्तराखंड में क्या हुआ जिसमें गई छोटे की जान? पिता हुए बेहाल

रंजय सिंह

Kanpur News: कानपुर देहात के बिलई गांव में इस समय गम का मौहाल है. यादव परिवार में कोहराम मचा हुआ. है. दरअसल इस परिवार के 1 बेटे ने उत्तराखंड में अपनी जान गंवा दी है तो दूसरा बेटा अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा है.

ADVERTISEMENT

Kanpur, Kanpur News, Kanpur Hindi News, Kanpur Viral News, Kanpur Viral News, UP News, UP Viral News, कानपुर, कानपुर न्यूज, कानपुर हिंदी न्यूज, कानपुर वायरल, यूपी न्यूज
up news
social share
google news

Kanpur News: कानपुर देहात के बिलई गांव में इस समय गम का मौहाल है. यादव परिवार में कोहराम मचा हुआ. है. दरअसल इस परिवार के 1 बेटे ने उत्तराखंड में अपनी जान गंवा दी है तो दूसरा बेटा अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा है. सभी लोग अस्पताल में भर्ती बेटे के लिए दुआं कर रहे हैं.

दरअसल पिछले दिनों उत्तराखंड के मांडा में बर्फीले तूफान और हिमस्खलन की चपेट में वहां काम कर रहे कई लोग आ गए थे. भारतीय सेना के बचाव अभियान में वहां दबे और फंसे लोगों को निकाला गया, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई. मृतकों में कानपुर देहात के बिलई गांव के रहने वाले आलोक यादव भी शामिल हैं. आलोक यादव के बड़े भाई चंद्रभान यादव का रेस्क्यू सेना ने किया था. फिलहाल वह अस्पताल में भर्ती हैं और उनका इलाज चल रहा है.

दोनों भाई साथ रहकर काम करते थे

मिली जानकारी के मुताबिक, चंद्रभान यादव शादीशुदा था. वह पहले से उत्तराखंड में रहकर डंपर चलता था. 6 महीने पहले उसने अपने छोटे भाई आलोक यादव को भी अपने साथ काम करने के लिए बुला लिया. जिस समय मांडा गांव में बर्फीला तुफान आया, उस समय दोनों भाई डंपर में सो रहे थे.

यह भी पढ़ें...

बर्फीले तुफान में डंपर बर्फ में दब गया. जब तक भारतीय सेना ने रेस्क्यू करके डंपर को बाहर निकाला, तब तक बड़े छोटे भाई आलोक यादव की मौत हो चुकी थी तो वहीं बड़ा भाई चंद्रभान घायल अवस्था में था. फिलहाल उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. 

परिवार में मच गया कोहराम

बता दें कि हादसे की सूचना प्रशासन के द्वारा कानपुर देहात प्रशासन को दी गई. कानपुर प्रशासन ने परिजनों को जानकारी दी. पिता शिवपाल सिंह यादव को बेटे की मौत की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया. घर से पिता और परिवार वाले उत्तराखंड के लिए रवाना हो गए. 

मृतक आलोक के दोस्तों का कहना है कि वह 6 महीने पहले ही वहां गया था. इससे पहले वह कानपुर में ही डंपर चला रहा था. उसका काम भी अच्छा चल रहा था. मगर कुछ ज्यादा पैसों के लालच में वह वहां चल गया और ये हादसा हो गया. अब परिवार को बड़े बेटे के सही होने का इंतजार है.

    follow whatsapp