कानपुर पुलिस ने काट दिया बाराबंकी के DM शशांक त्रिपाठी के पिता का शांतिभंग में चालान, फिर क्या हुआ?

रंजय सिंह

Kanpur News: कानपुर पुलिस का एक एक्शन इन दिनों चर्चाओं में हैं. कानपुर पुलिस ने बाराबंकी के जिलाधिकारी और आईएएस अधिकारी शशांक त्रिपाठी के बुजुर्ग पिता का शांतिभंग में चालान काट दिया. अब डीएम के पिता अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं. जानिए ये पूरा मामला.

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Kanpur News: कानपुर पुलिस ने बाराबंकी के जिलाधिकारी आईएएस अधिकारी शशांक त्रिपाठी के पिता का शांति भंग में चालान काट दिया. अब डीएम के पिता पुलिस अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं. मगर उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिल रहा है. बुजुर्ग कानपुर पुलिस की कार्रवाई से काफी आहत हैं और उनका कहना है कि पुलिस की कार्रवाई से उनके आत्मसम्मान को चोट पहुंची हैं. उनका कहना है कि जिस मामले में पुलिस ने उनका शांतिभंग में चालान किया है, उस समय वह वहां थे ही नहीं. पुलिस ने उनका नाम जबरन लिखा है और उनका चालान काटा है.

कानपुर पुलिस ने डीएम के पिता का काटा चालान

ये पूरा मामला कानपुर के कल्याणपुर से सामने आया है. यहां एसएन त्रिपाठी अपने परिवार के साथ रहते हैं. वह रिटायर शिक्षक हैं. उनके बेटे शशांक त्रिपाठी आईएएस अधिकारी हैं और फिलहाल बाराबंकी जिले में जिलाधिकारी के पद पर तैनात हैं. इससे पहले वह मुख्यमंत्री के विशेष सचिव भी रह चुके हैं.

एसएन त्रिपाठी कानपुर पुलिस के एक कदम से काफी परेशान हैं. दरअसल एक मंदिर को लेकर विवाद चल रहा है. इसी विवाद में कानपुर पुलिस ने बुजुर्ग एसएन त्रिपाठी के खिलाफ कार्रवाई कर दी और शांति भंग में उनका चालान काट दिया.

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हुआ क्या?

कल्याणपुर इलाके में एक मंदिर बना है. मंदिर को लेकर 2 समितियां अपना दावा करती हैं. इसी मामले में फरवरी में दान पत्र को लेकर एक विवाद हुआ था. पुलिस के कहने पर दान पत्र खोला गया था. जिस समय मंदिर का दान पात्र खुल रहा था, तभी दूसरा पक्ष वहां आ गया था. इसके बाद विवाद बढ़ गया था. 

एसएन त्रिपाठी का कहना है कि कानपुर पुलिस ने  एक पक्ष की बात सुनकर रिपोर्ट दर्ज की. इस दौरान पुलिस ने उनका ना भी केस में डाल दिया और उनके खिलाफ भी चालान काट दिया. एसएन त्रिपाठी का कहना है कि जिस समय ये विवाद हुआ, वह वहां थे ही नहीं. मगर पुलिस ने उनका ना हाथ से लिखकर रिपोर्ट में जोड़ लिया. 

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एसएन त्रिपाठी का कहना है कि पूरी एप्लीकेशन में 5 नाम टाइप किए गए हैं. मगर सिर्फ उनका नाम ही हाथ से लिखा हुआ है. वह मौके पर थे ही नहीं. अगर पुलिस को सीसीटीवी कैमरे भी देखने हैं तो वह देख सकती है. कानपुर पुलिस ने 151 में उनके खिलाफ शांतिभंग में चालान काट दिया. एसएन त्रिपाठी का कहना है कि इस कार्रवाई के बाद वह काफी परेशान हैं और उन्हें मामले में जमानत करवानी पड़ रही है. वह पुलिस अधिकारियों से मिल रहे हैं. मगर उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिल रहा है. 

पुलिस ने ये बताया

इस पूरे मामले को लेकर एसीपी अभिषेक पांडे ने बताया, अगर गलत नाम लिखा गया है तो मामले की जांच की जाएगी. कार्रवाई की जाएगी.

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