उन्नाव का पूर्व सभासद शहजादे कर रहा था म्यांमार के अवैध घुसपैठियों की मदद, 3 महिलाओं ने जो बताया फिर खुली पोल
उन्नाव पुलिस ने विदेशी नागरिकों को अवैध तरीके से भारतीय दस्तावेज दिलवाने वाले एक बड़े रैकेट का खुलासा किया है. पुलिस ने मामले में एक पूर्व सभासद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जाने और क्या-क्या जानकारी सामने आई.
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Unnao News: उन्नाव पुलिस ने विदेशी नागरिकों को अवैध तरीके से भारतीय दस्तावेज दिलवाने वाले एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस मामले में एक पूर्व सभासद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जिस पर म्यांमार के अवैध घुसपैठियों के आधार कार्ड और अन्य कागजात बनवाने में मदद करने का आरोप है. इससे पहले, पुलिस ने म्यांमार की तीन महिलाओं को भी अवैध रूप से उन्नाव में रहने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
म्यांमार की महिलाओं की गिरफ्तारी से खुला राज
दरअसल, उन्नाव पुलिस ने 22 मई को शुक्लागंज के मनोहर नगर में अवैध रूप से झोपड़ी डालकर रह रही म्यांमार की तीन महिलाओं अजीदा, सिनवारा बेगम और नूर कायदा को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. इन महिलाओं से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि एक ही परिवार के दस लोग अवैध रूप से घुसपैठ कर शुक्लागंज में रह रहे हैं, और उनके पास आधार कार्ड व ड्राइविंग लाइसेंस भी बने हुए हैं.
पूर्व सभासद शहजादे की संलिप्तता
इन अवैध दस्तावेजों की जांच में पुलिस को चौंकाने वाला खुलासा हुआ. पता चला कि शुक्लागंज मनोहर नगर निवासी पूर्व सभासद शहजादे ने 2019 में इनके आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में सहयोग किया था. यह जानकारी मिलते ही पुलिस ने शहजादे को गिरफ्तार कर लिया.
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कानपुर पुलिस की कार्रवाई से मामला आया सामने
इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब 21 मई को कानपुर पुलिस ने बड़े चौराहे पर एक ऑटो चालक साहिल को गिरफ्तार किया. साहिल की भाषा समझ में न आने पर पुलिस को शक हुआ और पूछताछ करने पर पता चला कि वह म्यांमार का रहने वाला है. साहिल ने बताया कि वह अपने परिवार के 9 लोगों के साथ शुक्लागंज के मनोहर नगर में झोपड़ी में रहता है. कानपुर पुलिस ने उसके आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस की जांच की तो पता चला कि ये गलत तरीके से बनवाए गए थे.
साहिल को गिरफ्तार कर कानपुर पुलिस ने जेल भेज दिया था और उसके अन्य परिजनों की जानकारी के लिए उन्नाव पुलिस को सूचित किया. यहीं से यह खुलासा हुआ कि साहिल म्यांमार से अवैध रूप से चोरी-छिपे शुक्लागंज में अपने परिवार के साथ रह रहा है. साहिल ने पुलिस को बताया कि वह म्यांमार और बांग्लादेश से असम, असम से कानपुर और फिर उन्नाव के शुक्लागंज आ गया था. उसने अपने परिवार के सदस्यों को लाने के लिए एक व्यक्ति के 1200 रुपये के हिसाब से 6 सदस्यों के लिए को 7200 रुपये दिए थे. उन्नाव पुलिस और एलआईयू को इस अवैध घुसपैठ की जानकारी नहीं थी, लेकिन अब इस कार्रवाई से पूरे नेटवर्क की जांच की जा रही है।