कानपुर में दारोगा ने थाने में दो दोस्तों को एक-दूसरे से लगवाए थप्पड़, जानिए क्या थी वजह

रंजय सिंह

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Kanpur News: मुजफ्फरनगर का थप्पड़ कांड पिछले दिनों काफी चर्चाओं में आया था. इसी बीच कानपुर से भी एक थप्पड़ कांड सामने आया है. यहां दारोगा पर आरोप लगा है कि उसने 18 साल के एक लड़के को उसके ही दोस्ते से थप्पड़ लगवा दिए. आरोप है कि दारोगा ने इसके बाद पीड़ित लड़के से भी उसके दोस्तों को थप्पड़ लगवाए.

मिली जानकारी के मुताबिक, इस घटना के बाद पीड़ित लड़का इतना अपमानित महसूस हुआ कि उसने सुसाइड करने तक की कोशिश की. मगर आखिर मौके पर उसके दोस्त और परिजन पहुंच गए और लड़के को बचा लिया. अब पीड़ित लड़के के परिजनों ने पुलिस से आरोपी दारोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

सवाल पूछने पर ही थप्पड़ मारे और पड़वाए भी 

दरअसल फिरोजाबाद के व्यापारी अमरजीत कौर का बेटा दिलजोत कौर कानपुर में अपनी बुआ के यहां रहकर व्यापार करता है. अमरजीत कौर अपने बेटे के साथ पुलिस कमिश्नर के यहां शिकायत करने पहुंचे. यहां उन्होंने दारोगा पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने बताया कि उनका बेटा रात को 10 बजे दुकान बंद करके अपने दोस्त के साथ मंदिर जा रहा था. तभी रास्ते में उसको डायल-100 की गाड़ी ने रोक लिया और पुलिसकर्मी कागज चेंक करने लगे. 

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पीड़ित के पिता ने दारोगा पर आरोप लगाया है कि दारोगा ने सारे कागजात होने के बाद भी बेटे को थप्पड़ मार दिया. पिता के मुताबिक, बेटे ने थप्पड़ मारने का कारण पूछा तो उसे दारोगा थाने ले गया. इस बीच बेटे की मां ने भी दारोगा से बात की और पूछा कि आपने थप्पड़ क्यों मारा? जबकि इनके पास कागज पूरे थे. मगर इसका दारोगा ने कोई जवाब नहीं दिया और वह जी मैडम कहता रहा. पीड़ित का आरोप है कि थाने ले जाने के बाद दारोगा ने कहा कि तू बहुत सवाल पूछता है. कई धाराओं में बंद कर दूंगा. 

दोस्त से पड़वाए थप्पड़

पीड़ित के पिता के मुताबिक, दारोगा ने इसके बाद बेटे के दोस्त से ही उसको 4 थप्पड़ पड़वाए. दारोगा ने बेटे के दोस्त से कहा कि इसको 4 थप्पड़ मार वरना तुमे जेल में डाल दूंगा. पीड़ित लड़के के पिता के मुताबिक, दारोगा ने इसके बाद उनके बेटे से भी उसके दोस्त के थप्पड़ पड़वाए. इसके बाद दारोगा ने दोनों को वहां से भगा दिया.

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बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद पीड़ित लड़ने ने खुद को काफी अपमानित महसूस किया. उसने सुसाइड करने की कोशिश की, लेकिन आखिरी मौके पर उसके दोस्त वहां आ गए. पीड़ित लड़के दिलजोत का कहना है कि उसके मन में पहले पुलिस की बहुत अच्छी इमेज थी, लेकिन इस घटना से उसके मन में पुलिस की इमेज बदल गई है. 

पुलिस ने क्या बताया

इस मामले में एडीसीपी पुलिस कमिश्नर स्टाफ अधिकार अशोक कुमार सिंह ने चकरी के एसीपी को जांच के आदेश दे दिए हैं. चकेरी के एसीपी अमरनाथ यादव का कहना है इस मामले में हमने 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी है. मामले की जांच की जा रही है. अभी तक की जांच में सामने आया है कि ये मामला लाल बंगला चौकी का नहीं शिव गोदावरी चौकी का है.  रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

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