कानपुर: जीका वायरस से संक्रमित नए मरीज मिले, आकंड़ा पहुंचा 100 के पार, जायजा लेंगे CM योगी
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में जीका वायरस का कहर अब थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में जीका वायरस के 16 और…
ADVERTISEMENT
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में जीका वायरस का कहर अब थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में जीका वायरस के 16 और मरीजों के मिलने के बाद इसके कुल मामलों की संख्या बढ़कर 105 हो गई है. इन नए 16 मामलों में 2 गर्वभती महिलाएं भी शामिल हैं. आपको बता दें कि कानपुर में 23 अक्टूबर को जीका वायरस का पहला मामला वायु सेना के एक अधिकारी में मिला था.
सीएम योगी आज कानपुर में करेंगे स्थिति की समीक्षा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज यानी 10 नवंबर को कानपुर दौरे पर रहेंगे. जिले में लगभग 3 घंटे रहने के दौरान सीएम योगी सबसे पहले कानपुर मेट्रो के ट्रायल रन को हरी झंडी दिखाएंगे. इसके बाद वह नगर निगम स्थित इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम का निरीक्षण करेंगे. सीएम केडीए सभागार में जीका के बढ़ते मामलों पर काबू पाने की तैयारियों की समीक्षा बैठक भी करेंगे. समीक्षा बैठक में सीएम योगी के साथ प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह और चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना भी मौजूद रहेंगे.
जीका संक्रमित मरीजों से मिलेंगे सीएम योगी
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को कानपुर में कई कार्यक्रमों के बीच जीका वायरस पीड़ित मरीजों से मिलने के लिए श्यामनगर जाएंगे. इसके चलते जिला प्रशासन की टीम ने पूरे क्षेत्र का जायजा लिया है.
कानपुर के चीफ मेडिकल ऑफिसर (सीएमओ) डॉक्टर नेपाल सिंह ने बताया, “माननीय सीएम साहब आएंगे और जीका पर किए गए कार्यों की समीक्षा करेंगे. हम लोग पहले से सभी कार्य कर रहे हैं. लगातार मरीजों के सैंपल लेकर जांच कर रहे हैं.”
ADVERTISEMENT
इससे पहले कानपुर के जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर ने बताया था कि जीका मच्छर के जरिए फैलने वाली बीमारी है, इसलिए मच्छरों से छुटकारा पाना ही सुरक्षित तरीका है. बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए, स्वास्थ्य दल लार्वा विरोधी छिड़काव और बुखार के रोगियों की पहचान करने, गंभीर रूप से बीमार लोगों और गर्भवती महिलाओं की जांच करने सहित स्वच्छता कार्यक्रम चला रहे हैं.
कैसे फैलता है जीका वायरस, क्या होते हैं लक्षण?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, जीका वायरस एडीज मच्छरों से फैलता है. पहली बार साल 1952 में युगांडा और तंजानिया में इंसानों में इसका संक्रमण पाया गया था.
जीका वायरस से संक्रमितों के अंदर हल्का बुखार, चकत्ते, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द या सिरदर्द जैसे लक्षण होते हैं.
ADVERTISEMENT
2 से 7 दिनों तक ये लक्षण दिख सकते हैं. शारीरिक संबंध बनाने से भी इस वायरस का संक्रमण हो सकता है.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)
कानपुर में जीका वायरस का मामला मिलने के बाद केंद्र सरकार ने भेजी खास टीम, जानिए क्या करेगी
ADVERTISEMENT