मुसलमान है तो आप कैसी भी बात करेंगे, औकात है तो... ACP की मेज पर हाथ पटक सपा MLA ये बोले
यूं तो ईद के दिन कानपुर में लाखों लोगों ने नमाज अदा करी और अपने सबसे बड़े त्योहार का जश्न मनाया, लेकिन इस दिन शहर का राजनीतिक तापमान गरम रहा.
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Kanpur News: यूं तो ईद के दिन कानपुर में लाखों लोगों ने नमाज अदा करी और अपने सबसे बड़े त्योहार का जश्न मनाया, लेकिन इस दिन शहर का राजनीतिक तापमान गरम रहा. दरअसल इंडिया गठबंधन के नेताओं और पुलिस के बीच कई घंटों बवाल चला. थाने के अंदर सपा विधायक ने एसीपी को चैलेंज तक दे डाला जिसका, वीडियो अब जमकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कानपुर में पनकी थाने की पुलिस ने आचार संहिता उल्लंघन पर सपा नेता सम्राट विकास यादव को हिरासत में ले लिया. इस पर सपा और कांग्रेसी नेता भड़क गए और थाने का घेराव करते हुए हंगामा शुरू कर दिया.
क्या था पूरा मामला?
कानपुर पुलिस के मुताबिक, अरमापुर ईदगाह में परंपरागत तरीके से इस बार भी नमाज होनी थी. व्यवस्थाएं ठीक थीं. सपा नेता सम्राट विकास के लोग स्टॉल में पार्टी का फ्लेक्स लगा लस्सी बांट रहे थे. मौके पर मौजूद पुलिस ने आचार संहिता के चलते इसे हटाने को कहा तो सपा नेता सम्राट विकास पुलिस से ही भिड़ गए. इसके बाद डीसीपी विजय ढुल भी वहां पहुंच गए और सपा नेता से उन नोकझोंक शुरू हो गई. कानपुर पुलिस ने ये भी आरोप लगाया कि सपा नेता लोगों को सड़क पर नमाज पढ़ने के लिए भी उकसा रहे थे, जिसके बाद पुलिस ने 151 की कार्रवाई करते हुए सपा नेता को हिरासत में ले लिया और पनकी थाने ले आई.
जब इंडिया गठबंधन के नेताओं को इस बात का पता चला, तो वे सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी और कांग्रेस नेता आलोक मिश्रा की अगुवाई में थाने पहुंच गए. नेता थाने पहुंचकर जब इंस्पेक्टर से बात कर रहे थे, तो पनकी इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह ने उन्हें उच्च अधिकारियों पास जाने की सलाह दी. बस इतने में सपा विधायक गर्म हो गए और इंस्पेक्टर को खरी-खोटी सुना दी.
जब इंस्पेक्टर से मामला नहीं संभला तो एसीपी को मौके पर भेजा गया, जिसके बाद सपा विधायक ने उन्हें चैलेंज दे डाला कि 'मुसलमान है तो आप कैसे भी बात करने लग जाएंगे, आपकी औकात है तो रामनवमी में यही करके दिखाना. हम देखेंगे हैसियत आपकी. यही डीसीपी होंगे और देखते हैं वो क्या करेंगे.' सपा विधायक बोले आप धर्म के आधार पर भेदभाव करेंगे उसका कसूर इतना है कि वह सपा का नेता है. इसके ठीक बाद सभी नेता धरने पर बैठ गए और थाने के बाहर भीड़ जमा होने लगी, पुलिस ने भी भारी फोर्स मौके पर बुला ली. इंडिया गठबंधन के नेताओं ने अल्टीमेटम दिया कि या तो सपा नेता को छोड़ा जाए या फिर उन्हें भी गिरफ्तार किया जाए.
पुलिस ने की ये कार्रवाई
कई घंटों तक चले बवाल की बात कानपुर पुलिस ने सपा नेता सम्राट विकास को 151 में चालान करके छोड़ दिया. मगर कानपुर पुलिस ने सपा नेता सम्राट विकास के विरुद्ध आचार संहिता के उल्लंघन और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है.
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सपा ने लगाया ये आरोप
वहीं, समाजवादी पार्टी ने पुलिस के खिलाफ आरोप लगाया है कि 'पुलिस नमाजियों को बदतमीजी से खदेड़ रही थी. डीसीपी विजय ढुल स्वयं नमाजियों को भगा रहे थे. हमारे नेताओं ने उन्हें सिर्फ इतना टोक दिया कि इनसे ढंग से पेशा आइए. तो इतने में डीसीपी साहब की ईगो हर्ट हो गई. हम ऐसी अहंकारी अधिकारियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और अपनी गिरफ्तारी देकर जेल जाकर ऐसे अधिकारियों जवाब देना पसंद करेंगे.'
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