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झांसी में 8 साल के मुकेश की हुई हत्या... दादा बोलने लगा- 'मुझे डाल दो जेल में', यहां से पलटा केस फिर ये सामने आया

अजय झा

Jhansi Crime News: झांसी में दादा ही निकला मासूम पोते का कातिल! दादा ने जेब से रुपए निकालने पर दबा कर मासूम को उतार था मौत के घाट. शव को भूसे के ढेर में छिपा कर चला गया था खेत. ऐसे पकड़ा गया कातिल.

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तस्वीर मे आरोपी दादा और पोता मुकेश
तस्वीर मे आरोपी दादा और पोता मुकेश
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Jhansi Crime News: झांसी के लहचूरा थाना क्षेत्र से एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे जिले को हिला कर रख दिया है. यहां महज कुछ रुपए गुम होने पर दादा ने अपने 8 साल के मासूम पोते की डांट लगा दी. आरोप है कि इस दौरान पोते ने दादा को जवाब  दे दिया जिसके बाद बुजर्ग ने मासूम की गला दबाकर हत्या कर दी. पुलिस ने आरोपी दादा को अरेस्ट कर कोर्ट में पेश किया है. 

हत्या के बाद दादा ने क्या किया?

पोते की हत्या के बाद आरोपी दादा ने शव को अपने घर के भूसे वाले कमरे में छिपा दिया और खुद बकरियां चराने खेत में चला गया. इसके बाद पूरे परिवार और पुलिस के साथ मिलकर खोजबीन करने का नाटक किया. जब शव मिला, तो उसकी आंखों में न तो कोई आंसू थे और न ही चेहरे पर किसी तरह का पछतावा दिखाई दिया. यहीं से उसपर शक हुआ. सख्ती से पूछताछ में उसने अपने इस क्रूर अपराध को कबूल कर लिया. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी गला दबाकर हत्या की बात सामने आई है. 

मृतक की क्या है कहानी?

लहचूरा थाना क्षेत्र के चकारा गांव निवासी राजवेंद्र कुशवाहा का 8 साल का बेटा मुकेश कक्षा तीन का छात्र था. शनिवार को वह स्कूल नहीं गया. उस समय उसके माता-पिता खेत पर थे और घर में दादा-दादी मौजूद थे. सुबह 11 बजे दादी मोहल्ले गई. लौटकर जब उसने देखा कि मुकेश घर पर नहीं है, तो उसने आसपास तलाश शुरू की. थोड़ी देर बाद परिजनों को बुलाया गया. पूरे गांव और परिवार ने बच्चे को खोजने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली. तब लहचूरा थाना में गुमशुदगी की सूचना दी गई. 8 घंटे की खोजबीन के बाद पुलिस और ग्रामीणों ने घर के एक-एक कमरे की तलाशी ली. जहां पर भूसे वाले कमरे में मुकेश का शव मिला.

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दादा पर ऐसे गया शक

रविवार को पोस्टमॉर्टम में गला घोंटकर हत्या करने की पुष्टि हुई. जब बच्चे का शव मिला तो दादा रामश्रमण ने दावा किया कि वह मुकेश को घर पर अकेला छोड़कर दोपहर 12 बजे बकरियां चराने खेत चला गया था. हालांकि, ग्रामीणों से पूछताछ पर पुलिस को यह जानकारी मिली कि वह 12 बजे नहीं बल्कि डेढ़ बजे खेत गया था. उसके बार-बार 'मुझे जेल में डाल दो' कहने और अजीब व्यवहार ने पुलिस को शक दिलाया. 

मुकेश दादा के पैसे मां को दे देता था?

पुलिस को यह भी जानकारी मिली थी कि घर में कई दिनों से गृह क्लेश चल है चल रहा था. सख्ती से पूछताछ करने पर दादा ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. रामश्रमण ने पुलिस को बताया कि उसकी बहू चंद्रमुखी अक्सर उससे और उसकी पत्नी शांति से झगड़ती थी. मुकेश भी अक्सर दादा के पैसे उठाकर अपनी मां को दे देता था, जिससे घर में कलह रहती थी. शनिवार को जब बहू और बेटे के माता-पिता खेत पर गए, तो मुकेश घर पर अकेला था. पैसे के सवाल पर जब उसने जवाब दिया, तो गुस्से में आकर दादा ने अपने पोते का गला दबा दिया. मुकेश के मुंह से खून आ गया और उसकी मौत हो गई.  

यह देख रामश्रमण घबरा गया. डर के मारे उसने शव को भूसे वाले कमरे में छिपा दिया और खुद बकरियों के साथ खेत चला गया.  मुकेश अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था. उससे बड़ी एक बहन है. मुकेश के पिता राजवेंद्र भी अपने माता-पिता के इकलौते बेटे हैं. सोमवार को जब पता चला कि दादा ने ही अपने इकलौते पोते को मार डाला तो क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया. 


एसपी ग्रामीण डॉ. अरविंद कुमार ने क्या बताया


एसपी ग्रामीण झांसी डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि '4 अक्टूबर को एक बच्चे के गुम होने की सूचना मिली थी. तलाश के बाद बच्चा अपने घर में मृत पाया गया और पोस्टमॉर्टम में हत्या गला दबाकर होने की पुष्टि हुई. पूछताछ में पता चला कि मृतक का दादा ही इसका जिम्मेदार था. उसने हत्या कबूल करते हुए बताया कि गुस्से में उसने पोते का गला दबाया, क्योंकि बच्चा अक्सर उसके पैसे चोरी कर अपनी मां को दे देता था. शव को घर के भूसे में छिपाया गया. आरोपी को साक्ष्य और निशानदेही के आधार पर गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया.'

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