ग्रेटर नोएडा के बस शेल्टर बताएंगे यूपी के 75 जिलों में क्या है खास, जानें कैसे होगा ये
ग्रेटर नोएडा के बस शेल्टर सिर्फ बसों के रुकने की जगह भर नहीं होंगे, बल्कि यहां पर्यटन व ओडीओपी योजना के लिहाज से प्रदेश के…
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ग्रेटर नोएडा के बस शेल्टर सिर्फ बसों के रुकने की जगह भर नहीं होंगे, बल्कि यहां पर्यटन व ओडीओपी योजना के लिहाज से प्रदेश के सभी जिलों की खासियतों का भी पता चल सकेगा. डिस्प्ले सेंटर से कौन सी बस कितने बजे आएगी, इसकी रीयल टाइम अपडेट जानकारी यात्रियों को मिल सकेगी. बस का इंतजार कर रहे यात्रियों को बोरियत न हो, इसके लिए संगीत की मधुर धुन भी सुनाई देगी. हैंगिंग फ्लावर यात्रियों को ताजा रखेंगे. टू व्हीलर व मोबाइल चार्जिंग पॉइंट, शौचालय व कियोस्क की भी सुविधा होगी. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ सुरेन्द्र सिंह की पहल पर सभी बस शेल्टरों पर ये सुविधाएं विकसित करने की तैयारी है.
ग्रेटर नोएडा में वर्तमान समय में 75 बस शेल्टर बने हुए हैं. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ सुरेन्द्र सिंह ने इनको नए ढंग से और आधुनिक सुविधाओं के साथ ही सौंदर्यीकृत करने के निर्देश दिए हैं. प्राधिकरण का अर्बन सर्विसेज विभाग इस प्रोजेक्ट का आरएफपी शीघ्र अपलोड करने जा रहा है. अबकी बार इन सभी बस शेल्टरों को यात्रियों की सुविधा के हिसाब से विकसित किया जाएगा. ये बस शेल्टर उत्तर प्रदेश में पर्यटन और एक जिला एक उत्पाद योजना को बढ़ावा देने का भी काम करेंगे. सीईओ के निर्देश पर सभी बस शेल्टरों पर डिस्प्ले बोर्ड लगाये जाएंगे, जिनमें एक तरफ बसों के आने-जाने का ब्योरा होगा तो दूसरी तरफ डिस्प्ले बोर्ड के बैक साइड में प्रदेश के सभी 75 जिलों की खास बातें उकेरी जाएंगी.
मसलन डिस्प्ले बोर्ड पर मुरादाबाद के पीतल उद्योग, कन्नौज के इत्र, फिरोजाबाद की चूड़ियां आदि जानकारी दी जाएगी. किस जिले में पर्यटन के प्रमुख स्थल कौन-कौन से हैं, इसका भी उल्लेख होगा. इन बस शेल्टरों पर यात्रियों के लिए तमाम सुविधाओं का भी ख्याल रखा जाएगा. सभी बस शेल्टरों के अंदर मोबाइल चार्जिंग पॉइंट बनाए जाएंगे. प्रत्येक शेल्टर के पास 10 टू व्हीलर्स के लिए पार्किंग का इंतजाम रहेगा, जिनमें तीन चार्जिंग सेंटर भी बनाए जाएंगे. हर बस शेल्टर पर इंस्ट्रूमेंटल म्यूजिक की धुन सुनाई देगी, जिसमें थोड़ी-थोड़ी देर पर स्वच्छता, जल संरक्षण आदि सामाजिक मुद्दों पर संदेश भी आते रहेंगे. इससे बसों का इंतजार कर रहे यात्रियों को बोरियत नहीं होगी. बस शेल्टरों के पास ही कियोस्क भी लगाए जाएंगे, जिससे यात्रियों को खाने-पीने के सामान भी मिल सकेंगे.
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इन शेल्टरों पर शौचालय की भी व्यवस्था होगी. हैंगिंग फ्लावर भी यात्रियों को सुकून के पल देंगे. ये बीओटी के आधार पर बनाए जाएंगे. इनके सौंदर्यीकरण करने वाली कंपनी को 15 साल तक रखरखाव के साथ ही विज्ञापन का अधिकार भी दिया जाएगा. इससे प्राधिकरण को भी आमदनी होगी. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अपनी सलाहकार संस्था ई एंड वाई को इस प्रोजेक्ट का आरएफपी तैयार करने की जिम्मेदारी दी है. संस्था इसे अंतिम रूप देने में जुटी है. इसके बाद टेंडर निकाला जाएगा. इस प्रोजेक्ट को एक साल में पूरा करने का लक्ष्य है.
सुरेन्द्र सिंह, सीईओ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण व मंडलायुक्त मेरठ ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के मौजूदा बस शेल्टरों को विकसित करने के साथ ही ग्रेटर नोएडा वेस्ट में 25 नए बस शेल्टर बनाए जाएंगे. प्राधिकरण के सीईओ सुरेन्द्र सिंह ने इस पर मंजूरी दे दी है. ये बस शेल्टर भी ग्रेटर नोएडा के बस शेल्टरों की तरह आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे. प्राधिकरण और कंसल्टेंट एजेंसी ई एंड वाई इन लोकेशनों की जगह चिंहित करने में जुटी है. ये बस शेल्टर भी बीओटी के आधार पर विकसित किए जाएंगे. ग्रेटर नोएडा के सभी बस शेल्टरों के सौंदर्यीकरण की योजना पर काम चल रहा है.
सभी बस शेल्टरों पर डिस्प्ले सेंटर, मोबाइल व टू व्हीलर चार्जिंग सेंटर, कियोस्क, शौचालय जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी. ग्रेनो वेस्ट में 25 नए आधुनिक बस शेल्टर भी बनाए जाएंगे. इस प्रोजेक्ट पर शीघ्र काम शुरू करने और एक साल में पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं.
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