शरीर पर गुदा हुआ था ‘रामनाम’, अयोध्या में राजा भैया ने इनसे मुलाकात? आखिर कौन हैं ये?

यूपी तक

ADVERTISEMENT

Ayodhya Ram Mandir Raja Bhaiya
Ayodhya Ram Mandir Raja Bhaiya
social share
google news

Ayodhya Ram Mandir: भदरी रियासत के युवराज रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को कौन नहीं जानता. वह हमेशा चर्चाओं में बने रहते हैं. फिलहाल राजा भैया अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने को लेकर चर्चाओं में बने हुए हैं. दरअसल अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में आए राजा भैया ने ऐसा बहुत कुछ किया है, जो चर्चाओं में आ गया है. पहले तो राजा भैया ने अयोध्या आते ही एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि वह भी कारसेवक रह चुके हैं. इसके बाद राजा भैया ने एक शख्स से मुलाकात की.

दरअसल अयोध्या राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से राजा भैया को भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया था. राजा भैया अयोध्या कार्यक्रम में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने रामनामी समुदाय से भी मुलाकात की. राजा भैया ने रामनामी समुदाय के मुखिया जी से भी मुलाकात की. राजा भैया ने खुद ये फोटो अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया. तभी से उनका ये फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.

394691786_1046097473251567_3461990164531449140_n

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

राजा भैया ने रामनामी समुदाय के बारे में क्या बताया?

राजा भैया ने अपनी फोटो रामनामी समुदाय के मुखिया जी के साथ शेयर की और इसके साथ ही इस समुदाय के बारे में कुछ लिखा. राजा भैया ने ट्वीट किया, ‘श्री राम लला सरकार के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाने का परम् सौभाग्य मिला, वहीं रामनामी समुदाय के ‘मुखिया जी’ से भेंट हुई. मूलतः छत्तीसगढ़ के रामनामी समुदाय के लोग अपने पूरे शरीर पर राम नाम गोदवाये रहते हैं. श्री राम भक्ति की पराकाष्ठा, मुखिया जी ने बताया कि मंदिर बनने के उत्साह में 50 युवकों ने हाल में ही अपने शरीर को राम नाम से अलंकृत किया है.

ADVERTISEMENT

कौन है ये रामनामी समुदाय?

मीडिया रिपोर्ट की माने तो रामनामी समुदाय छत्तीसगढ़ में रहता है. ये समुदाय अपनी राम भक्ति के लिए देशभर में जाना-जाता है. दरअसल इस समुदाय के लोग अपने पूर शरीर पर यानी सिर से लेकर पैर तक में राम नाम गुदवाते हैं. माना जाता है कि इस समुदाय की स्थापना छत्तीसगढ़ 1890 के करीब हुई थी. ये समुदाय बड़ा राम भक्त माना जाता है. अपनी स्थापना के समय से ही ये समुदाय अपने शरीर पर रामनाम लिखवाता है.

मूर्ति पूजा और मंदिर नहीं जाता ये समुदाय

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रामनामी समुदाय राम भक्त है. मगर ये समुदाय मूर्ति पूजा भी नहीं करता और ना ही ये समुदाय कभी मंदिर जाता है. मगर फिर भी इस समुदाय के लोग भगवान श्रीराम को ही अपना सब कुछ मानते हैं और उनकी भक्ति में लीन रहते हैं. राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में रामनामी समुदाय के मुखिया को भी आमंत्रित किया गया था, जो इस कार्यक्रम में अयोध्या पहुंचे थे.

कारसेवकों पर दिया ये बयान भी है चर्चाओं में

इससे पहले राजा भैया अयोध्या पहुंचे और वहां उन्होंने ऐसा बयान दिया, जिससे सभी चौंक गए. दरअसल राजा भैया ने कहा कि वह भी कारसेवक रह चुके हैं. इस दौरान राजा भैया ने अपने पुराने अयोध्या दौरों को भी याद किया. उन्होंने कहा, हमने तो रामलला के दर्शन ढांचे में भी किए और तंबू में भी किए. अब हम दिव्य मंदिर में भी रामलला के दर्शन करने आए हैं.

ADVERTISEMENT

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT