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ताजा ओपिनियन पोल के आंकड़े देख अखिलेश को हो जाएगी टेंशन! चुनाव में मिल सकती हैं इतनी सीटें

यूपी तक

लोकसभा चुनाव 2024 में अब काम ही वक्त बचा है, चुनाव आयोग कभी भी तारीखों का ऐलान कर सकता है. ऐसे में चुनावी सरगर्मियां भी तेज हो गई हैं...

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UP News: लोकसभा चुनाव 2024 में अब कम ही वक्त बचा है, चुनाव आयोग कभी भी तारीखों का ऐलान कर सकता है. ऐसे में चुनावी सरगर्मियां भी तेज हो गई हैं. हर कोई इस बात को जानने में उत्सुक है कि आखिर 80 लोकसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में कौनसी पार्टी आगे रहेगी. एक बार फिर यूपी में फतेह हासिल करने के लिए सभी पार्टियां जी-तोड़ मेहनत में लगी हुई हैं. वहीं, इस बीच उत्तर प्रदेश का सियासी माहौल जानने के लिए एबीपी न्यूज और सी वोटर ने अपने ओपिनियन पोल के आंकड़े सार्वजनिक किए हैं. खबर में आगे जानिए इस ओपिनियन पोल से क्या-क्या पता चला है.

यूपी में कौन रहेगा आगे?

 

ओपिनियन पोल के आंकड़ों के अनुसार, आगामी चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाला NDA शानदार प्रदर्शन कर सकता है. इस सर्वे के अनुसार, यूपी में बीजेपी नीत NDA को 74 सीट तो इंडिया अलायंस (सपा और कांग्रेस) के खाते में 6 सीटे जाते दिख रही हैं. वहीं मायावती की बसपा इस बार शून्य पर सिमटती दिख रही है. 

 

 

किसे मिल सकता है कितने प्रतिशत वोट? 

वोट प्रतिशत की बात करें तो सर्वे के अनुसार, बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए को 51%, इंडिया को 35%, बसपा को 8% और अन्य को 6 फीसदी वोट मिल सकते हैं.

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यूपी में कौन किसके साथ 

 

आपको बता दें कि यूपी में अभी INDIA के बैनर तले सपा और कांग्रेस के बीच नया-नया गठबंधन हुआ है. वहीं, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के मुखिया जयंत चौधरी ने बीते दिनों सपा से अपना गठबंधन तोड़ दिया था. उन्होंने अब NDA के साथ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. वहीं, NDA में यहां भाजपा के साथ-साथ अनुप्रिया पटेल की अपना दल (सोनेलाल), ओपी राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) साथ में है. दूसरी तरफ बसपा की मुखिया मायावती ने ऐलान किया है कि वह आगामी चुनाव किसी के साथ नहीं बल्कि अकेले लड़ेंगी.

 

 

कैसी थी 2019 की तस्वीर?

गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा के गठबंधन के सभी अंकगणित को गलत साबित हुए थे. तब भाजपा और उसके सहयोगी अपना दल (एस) ने गठबंधन सहयोगियों को ध्वस्त करते हुए 80 लोकसभा सीटों में से 64 सीटें जीती थीं. वहीं, सपा को 5 और बसपा को 15 सीटें मिली थीं. कांग्रेस ने राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश में सोनिया गांधी की एकमात्र रायबरेली सीट जीती थी.

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