शाहजहांपुर में पुलिस की गाड़ी पलटने पर शाहबाज ने की विकास दुबे वाली गलती फिर हुआ ये

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Shahjahanpur News: जनसंख्या के हिसाब से देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में एनकाउंटर का दौर जारी है. पुलिस बदमाशों का एनकाउंटर करने में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरत रही है. इसी कड़ी में ताजा मामला शाहजहांपुर जिले से सामने आया है. आपको बता दें कि शाहजहांपुर में प्रोफेसर आलोक गुप्ता की कथित तौर पर हत्या करने वाला शाहबाज नामक बदमाश पुलिस मुठभेड़ में मारा गया है. पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उसे कोर्ट में पेश करने के लिए ले जा रही थी. मगर तभी पुलिस की गाड़ी के सामने कोई जानवर आ गया और गाड़ी पलट गई. आरोप है कि इस दौरान शाहबाज ने सब इंस्पेक्टर की पिस्टल छीन ली और फायरिंग करते हुए खेतों में भाग गया. इसके बाद पुलिस ने उसे सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन बदमाश में एक न सुनी. फिर बाद में पुलिस की जवाबी फायरिंग में शाहबाज ढेर हो गया.

शाहबाज का एनकाउंटर विकास दुबे कांड की दिला रहा याद!

गौरतलब है कि जुलाई 2020 में कानपुर जिले के चौबेपुर थानाक्षेत्र के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई थी. पुलिस की टीम बिकरू निवासी कुख्यात माफिया विकास दुबे को पकड़ने के लिए उसके घर दबिश देने गई थी. पुलिस का आरोप है कि विकास दुबे और उसके सहयोगियों ने एक पुलिस उपाधीक्षक समेत आठ पुलिसकर्मियों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी करके उनकी हत्या कर दी थी. पुलिस ने कहा था कि विकास दुबे 10 जुलाई को एक मुठभेड़ में मारा गया था जब उसे उज्जैन से कानपुर लाया जा रहा था. दरअसल, कानपुर की सीमा में आने के बाद पुलिस की वो गाड़ी पलट गई थी, जिसमें दुबे बैठा हुआ था.

आरोप है कि गाड़ी पलटने के बाद विकास एसटीएफ कमांडों की बंदूक लेकर खेत की तरफ भागा था. पुलिस ने उसे सरेंडर करने की अपील की, लेकिन वह फायरिंग करता रहा. इसके बाद पुलिस की जवाबी फायरिंग में दुबे की मौत हो गई थी.

क्या है शाहजहांपुर का पूरा मामला?

आपको बता दें कि शाहजहांपुर में बीते मंगलवार को कुछ बदमाश एक कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर के घर में लूट के इरादे से घुसे. इस दौरान 35 वर्षीय प्रोफेसर आलोक गुप्ता जाग गए, उन्होंने बदमाशों का विरोध किया तो उन पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर उनकी हत्या कर दी गई.

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हत्याकांड के बाद था तनाव का माहौल

इस हत्याकांड के बाद से पूरे इलाके में तनाव का माहौल था. इलाके के लोगों ने नेशनल हाईवे जाम कर दिया था. वहीं दूसरी तरफ पुलिस का बदमाश के साथ एनकाउंटर चल रहा था. फिलहाल बदमाश को एनकाउंटर में ढेर करने वाली टीम को एडीजी की तरफ से 50000 रुपये और पुलिस अधीक्षक (शाहजहांपुर) की तरफ से 25000 रुपये का इनाम घोषित किया गया है.

पुलिस ने ये कहा

पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने बताया, “जब गिरफ्तार किए गए हत्यारे शाहबाज को कोर्ट में पेश करने के लिए पुलिस ले जा रही थी. तभी पुलिस की गाड़ी के सामने जानवर आ गया, जिसके बाद गाड़ी असंतुलित हो गई. इसी दौरान शाहबाज ने सब इंस्पेक्टर की सरकारी पिस्टल छीन ली और फायर करता हुआ खेतों में भाग गया. इसके बाद पुलिस ने उसे सरेंडर करने के लिए कहा. लेकिन इसके बाद भी उसने पुलिस पर फायर जारी रखा. बाद में पुलिस ने जवाबी फायरिंग की जिसमें बदमाश ढेर हो गया. पुलिस उसे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची, जहां उसे डॉक्टर ने उसे घोषित कर दिया.”

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 शाहजहांपुर से विनय पाण्डेय के इनपुट्स के साथ.

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