चला रहा था फूडशॉप और पहनता था फ्लाइट लेफ्टिनेंट की वर्दी, कहानी कुशीनगर के फ्रॉड उत्कर्ष की
उत्कर्ष पांडेय, ये नाम फिलहाल उत्तर प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है. एसटीएफ और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने उत्कर्ष पांडेय को गिरफ्तार किया है.…
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उत्कर्ष पांडेय, ये नाम फिलहाल उत्तर प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है. एसटीएफ और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने उत्कर्ष पांडेय को गिरफ्तार किया है. दरअसल इस पर आरोप है कि यह वायु सेना का फ्लाइट लेफ्टिनेंट बनकर बेरोजगार युवकों को सेना भर्ती के नाम पर ठगता है.
जांच में पता चला है कि इस फ्रॉड फ्लाइट लेफ्टिनेंट के कई नेताओं, प्रशासनिक अधिकारियों और समाज के वरिष्ठ लोगों के साथ फोटो हैं. यहां तक की इसको कई बड़े आयोजनों में मंच पर सम्मानित भी किया जा चुका है. दरअसल उत्कर्ष पांडेय खुद को सभी के सामने फ्लाइट लेफ्टिनेंट के तौर पर पेश करता था. वह वर्दी पहनकर और वर्दी पर सेना के मेडल और रिबन लगाकर लोगों के सामने आता था. यहां तक की उत्कर्ष ने सेना का फर्जी आईडी कार्ड भी बनवा रखा था. ऐसे में सभी इसके झूठ पर यकीन कर लेते थे.
परिवार को गुमराह कर लखनऊ में चला रहा था फूडशॉप
हैरानी की बात ये है कि उत्कर्ष पांडेय अपने परिवार को गुमराह कर लखनऊ में फूडशॉप चला रहा था. मगर उसने परिवार से बोल रखा था कि वह वायु सेना की ट्रेनिंग कर रहा है. फूडशॉप चलाने के साथ ही उत्कर्ष दूसरे लोगों के सामने सेना की वर्दी पहनकर जाता और खुद को फ्लाइट लेफ्टिनेंट के तौर पर पेश करता.
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पूछताछ में सामने आया है कि उत्कर्ष ने परिवार वालों से बोल रखा था कि वह लखनऊ में सेना की ट्रेनिंग कर रहा है. मगर वह फर्जी फ्लाइट लेफ्टिनेंट बनकर ठगी का ऐसा साम्राज्य बना रहा था, जिसके शिकार कई बेरोजगार युवा हुए. वह नौकरी के नाम पर युवाओं से रुपए लेता और फिर उन्हें फर्जी लेटर पेड पर ज्वाइनिंग लेटर बनाकर दे देता. इसके जाल में बेरोजगार युवा आसानी से फंस जाते.
NDA की परीक्षा में खुद के फेल होने पर बन बैठा ठग
मिली जानकारी के मुताबिक, कुशीनगर का रहने वाला उत्कर्ष पांडेय सेना में जाना चाहता था. लेकिन एनडीए की परीक्षा में वह फेल हो गया. इस दौरान गांव में रहने वाला उसका दोस्त एनडीए की परीक्षा में पास हो गया.
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दोस्त के पास होने और खुद के फेल होने से उत्कर्ष काफी आहत हुआ. उसे लगा कि परीक्षा में फेल हो जाने के कारण उसे परिवार और गांव में शर्मिंदगी का सामना करना पड़ेगा. इसलिए उसने अपने परिवार और गांव वालों से ये बोल दिया कि उसका भी सलेक्शन इस परीक्षा में हो गया है और वह वायु सेना का अधिकारी बन गया है. परिवार भी उसकी बातों में आ गया और मान बैठा कि उनका बेटा सेना अधिकारी बन गया है.
एसटीएफ को मिल रही थी काफी जिलों से ठगी की सूचनाएं
बता दें कि एसटीएफ को कई जिलों से ऐसी धमकियां मिल रही थी कि कोई युवक वायु सेना का लेफ्टिनेंट बनकर युवाओं को सेना में नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी कर रहा है. इस मामले में एक पीड़ित ने कुशीनगर पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवाई थी.
तभी से एसटीएफ इस मामले की जांच कर रही थी. इस पूरे मामले पर एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक अमित कुमार नागर ने बताया कि पिछले कई दिनों से लखनऊ, कानपुर और गोरखपुर समेत कई जगहों से यह सूचना मिल रही थी कि भारतीय वायुसेना में भर्ती के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की जा रही है. इसी दौरान एसटीएफ और सेना की जांच एजेंसी ने आरोपी उत्कर्ष को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अधिकारी के मुताबिक, आरोपी लखनऊ से दिल्ली भागने की फिराक में था. मगर एसटीएफ ने उसे पकड़ लिया.
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बता दें कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है. लखनऊ के थाना चिनहट में आरोपी के खिलाफ धारा 140,170,171, 419, 420, 467, 468 और 471 के तहत केस दर्ज किया है.
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